Advertisement

रक्षा मंत्री पर्रिकर बोले- कोई आंखें दिखाए, ये बर्दाश्त नहीं

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि ‘मेक इन इंडिया’ कैंपेन रक्षा संबंधी खरीद के लिए एक प्राथमिकता है, लेकिन ‘सैन्य परिचालन संबंधी तैयारी’ सेना का प्राथमिक काम है. पर्रिकर ने कहा, 'हम नहीं चाहते कि लोग हमें आंखें दिखाए.’

मनोहर पर्रिकर मनोहर पर्रिकर
अंजलि कर्मकार
  • रूड़की,
  • 19 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 2:21 PM IST

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना है कि ‘मेक इन इंडिया’ कैंपेन रक्षा संबंधी खरीद के लिए एक प्राथमिकता है, लेकिन ‘सैन्य परिचालन संबंधी तैयारी’ सेना का प्राथमिक काम है. पर्रिकर ने कहा, 'हम नहीं चाहते कि लोग हमें आंखें दिखाए.’

रक्षा मंत्री शुक्रवार को आईआईटी रूड़की में तीन दिन के टेक्नोलॉजी फेस्टिवल के पहले दिन रक्षा क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' पहल से जुड़ी एक पैनल डिस्कशन में बोल रहे थे.

Advertisement

कोई आंखें दिखाए, ये बर्दाश्त नहीं
उन्होंने कहा, ‘हमें पर्याप्त उपकरण चाहिए और यह बदल नहीं सकता. मेक इन इंडिया अपनी जगह पर है. हमारी सैन्य तैयारी सबसे उपर है.’ पर्रिकर ने कहा, ‘मैं साफ करना चाहूंगा... मेक इन इंडिया रक्षा खरीद के लिए हमारी प्राथमिकता है, लेकिन पहली प्राथमिकता भूली नहीं जा सकती. अपने पड़ोसियों को ध्यान में रखते हुए हमारी सेना का पहला काम परिचालन संबंधी तैयारी है, ताकि कोई हमें आंखें न दिखाए.’

सुरक्षा तैयारियां तेज करने की मांग
उन्होंने बताया कि पठानकोट वायुसेना स्टेशन और गुरदासपुर में आतंकी हमले के बाद देश की रक्षा तैयारियां तेज करने की मांगें हो रही हैं. बता दें, हाल में विपक्षी कांग्रेस ने पठानकोट हमले से निपटने के तरीके को लेकर संसद में सरकार की आलोचना की थी. हमले में सात सुरक्षा कर्मी मारे गए थे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement