
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत बातचीत के जरिए विवादित मुद्दों को सुलझाने को तैयार है लेकिन भारत की क्षेत्रीय अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार को चीन के सैनिकों के साथ बातचीत करने गए भारतीय सेना की टुकड़ी पर चीनी सैनिकों ने धोखे से हमला किया है. इस हमले में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं.
मुठभेड़ में चीन को भारी क्षति
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीनी सेना को भी नुकसान हुआ है. हालांकि चीन ने हताहतों की संख्या जारी नहीं की है. सूत्रों से मिले खबर के मुताबिक चीन का एक कमांडिंग ऑफिसर समेत कुल 40 सैनिक इस टकराव में हताहत हुए हैं.
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इधर अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मुठभेड़ में चीन के 35 सैनिकों के मारे जाने और घायल होने की खबर है.
आज भेजा जाएगा पार्थिव शरीर
भारत के शहीद सैनिकों को आज लेह में श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद इन सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थानों पर भेजा जाएगा.
सेना की बहादुरी पर गर्व
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देश के बलिदान होने वाले जवानों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि गलवान घाटी में सेना के जवानों ने अपना फर्ज निभाते हुए जान दे दी, देश उनके इस बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा.
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रक्षा मंत्री ने लिखा कि शहीद जवानों के परिवारों के प्रति वह सांत्वना प्रकट करते हैं, देश उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. हमें अपने देश के जवानों पर गर्व है. हमारे सैनिकों ने असाधारण शौर्य और वीरता का परिचय दिया और इंडियन आर्मी की सर्वोच्च परंपरा के अनुसार अपने जीवन का बलिदान दिया.
राजनाथ ने कहा कि भारत ने इनके पराक्रम और त्याग को कभी नहीं भूलेगा. उन्होंने कहा कि उनकी संवेदना शहीद सैनिकों के परिवारवालों के साथ है. इस मुश्किल वक्त में देश कंधा से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़ा है. भारत के जांबाजों की बहादुरी पर हमें गर्व है.