
दिल्ली पुलिस ने अर्नव दुग्गल की मौत का मामला सुलझा लेने का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक ये मामला आत्महत्या का है. चार दिन पहले अर्नव की लाश उनकी गर्लफ्रेंड के घर में फांसी पर लटकी पाई गई थी. इस मामले में अर्नव के परिजनों ने लड़की पर हत्या का आरोप लगाया था.
दिल्ली पुलिस को चार दिन पहले यानी 13 जून को द्वारका में शकुंतला अपार्टमेंट के एक कमरे से अर्नव दुग्गल की लाश बरामद हुई थी. लाश फांसी के फंदे पर झूल रही थी. पुलिस को वहां से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला था. हालांकि पुलिस ने पूरे कमरे की जांच पड़ताल कर सबूत जुटाने की कोशिश की थी.
पुलिस के मुताबिक करीब तीन घंटे तक अर्नव की लाश फांसी के फंदे पर लटकी रही थी. इसके बाद पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले की जांच गंभीरता की जा रही है. ये मामला खुदकुशी का है या फिर हत्या का, इन दोनों ही पहलुओं से जांच जारी है. पुलिस के मुताबिक इतना तो साफ है कि आखरी वक्त में उसकी दोस्त उसके साथ वहां मौजूद थी.
पुलिस ने बताया कि उन्हें 13 तारीख की शाम 6 बजे इस मौत के बारे में सूचना मिली थी. उसके बाद पुलिस ये तय कर लेना चाहती थी कि इस केस से जुड़े सबूतों के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए. क्योंकि अर्नव के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप का लगाया था. पुलिस को उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार था.
शुक्रवार को अर्नव की लाश का पोस्टमार्टम किया गया था. इसके बाद शनिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिल गई. जिससे खुलासा हुआ कि अर्नव की मौत का कारण फांसी ही थी. इसके बाद पुलिस ने दावा किया कि यह मामला हत्या का नहीं बल्कि आत्महत्या का ही है.
इससे पहले पुलिस ने इस केस से जुड़े सारे गवाहों के बयान भी रिकॉर्ड किए थे. पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में भी यह मामला आत्महत्या का ही नजर आ रहा था. बताते चलें कि अर्नव अपने चार दोस्तों के साथ 12 जून की रात पार्टी के लिए घर से निकला था. वह अपनी कार लेकर घर से गया था.
रात में इन सब ने शराब पी थी. उसके बाद आखिर में अर्नव और उसकी दोस्त अकेले रह गए. वो लड़की द्वारका के शकुंतला अपार्टमेंट में रहती है. अर्नव 13 जून की सुबह तकरीबन 7 बजे के आसपास लड़की को छोड़ने उसके घर पहुंचा था. लड़की अपने घर पहुंच गई लेकिन इसके बावजूद अर्नव लगातार उसे फोन करता रहा.
परेशान होकर लड़की ने फोन उठाया और अर्नव को घर आने के लिए कहा. उसके बाद अर्नव लड़की के घर पहुंच गया था. लड़की के घर जाकर अर्नव एक दूसरे कमरे में जाकर सो गया था जबकि लड़की अपने कमरे में सो रही थी. शाम को करीब 4 बजे लड़की उठी तो उसने दूसरे कमरे में जाकर देखा कि अर्नव ने फांसी लगा ली है.
कमरे का मंजर देखकर वह बेहद घबरा गई. इसके बाद उसने अपने पिता को फोन किया. उसके पिता आरकेपुरम में नौकरी करते हैं. घटना के वक्त लड़की की माता और उसका भाई बिहार के पूर्णिया गए हुए थे. पिता को फोन करने के बाद लड़की घर से बाहर आकर सीढ़ियों में बैठ गई.
उसके पिता को घर आने में तकरीबन 2 घंटे का वक्त लगा. तब तक लड़की ने अपनी एक सहेली को भी फोन करके घर पर बुला लिया था. दोनों लड़कियां घर के बाहर सीढ़ियों पर बैठी रही. इसी वजह से यह कहा जा रहा है कि अर्नव का शव करीब 3 घंटे तक फांसी के फंदे पर झूलता रहा.
डीसीपी सुरेंद्र ने बताया कि लड़की के पिता ने पुलिस को फोन किया. पुलिस ने अर्नव के परिवार को फोन पर घटना की जानकारी दी. जांच में पता चला कि अर्नव सेल्फ मेड लड़का था. वह बारहवीं कक्षा के बाद से खुद ही कमाता था और घरवालों से कोई पैसा नहीं लेता था.
बताया जा रहा है कि जिस लड़की के घर में वारदात हुई वह उसी से एक तरफा प्यार करता था. लेकिन लड़की की उसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी. इसी वजह से शुरुआती तौर पर पुलिस मानकर चल रही है कि यही अर्नव की आत्महत्या का कारण था.