
राजधानी दिल्ली में राजनीतिक तस्वीर पिछले चार दिनों से चरमराई हुई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई कैबिनेट मंत्री राज्यपाल के खिलाफ उनके निवास पर धरना दे रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सीएम के खिलाफ उनके घर पर धरना दे रही है. केजरीवाल के धरने का आज चौथा दिन है. अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि उनका भाई पुणे से मिलने आया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया.
आमरण अनशन पर बैठे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का गुरुवार सुबह रुटीन चैकअप हुआ. चैकअप में पता चला है कि सत्येंद्र जैन की तबीयत ठीक नहीं है.
कैसी है तबीयत?
सत्येंद्र जैन -
पल्स - 64, बीपी - 110/70, सुगर - 47, यूरिन किटोन - 2+
मनीष सिसोदिया -
पल्स - 72, बीपी - 140/80, सुगर - 59, वजन - 88.5 Kg
केजरीवाल के धरने के विरोध में बीजेपी के नेता बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में धरने पर बैठे. दिल्ली बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए. इस धरने में आप के बागी नेता कपिल मिश्रा भी शामिल रहे.
गुरुवार सुबह होते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि आखिर दिल्ली वाले मांग क्या रहे हैं, सिर्फ ये कि आईएएस अफसरों की हड़ताल खत्म होनी चाहिए और राशन की डोरस्टेप डिलिवरी लागू होनी चाहिए. केजरीवाल ने लिखा कि ये लोग क्यों नहीं कर रह रहे हैं, इनकी मंशा ठीक नहीं लग रही है.
अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कपिल मिश्रा ने लिखा कि सबसे पहले आप अपने कपड़े बदल लो, नहीं तो इन्फेक्शन हो जाएगा. ये मत कहना है कि मोदी जी कपड़े नहीं बदलने दे रहे, दिल्ली में कोई हड़ताल नहीं है. आप आज झूठ बोलोगे और कल माफी मांग लोगे.
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और अब उनकी योजना प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) का घेराव करने की है. अगले रविवार को आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता पीएमओ का घेराव करेंगे.
ये हैं AAP की 3 मांगें
- एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं.
- काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें.
- राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.