
एक ओर जहां दिल्ली सरकार अपनी दूसरी सालगिरह पर अपनी कामयाबियां गिनवाने की तैयारी कर रही है, वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है. रिपोर्ट कार्ड में गुप्ता ने सरकार को दस में से जीरो नंबर दिये हैं. गुप्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री केजरीवाल ज्यादातर वक्त दिल्ली से गायब रहते हैं. उन्हें साल में 4 बार इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है. लिहाजा दिल्ली को एक सेहतमंद सीएम की जरुरत है.
पूरे नहीं हुए वायदे
गुप्ता के रिपोर्ट कार्ड के मुताबिक केजरीवाल और उनकी पार्टी की हकीकत 2 साल में ही जगजाहिर है. उन्होंने पूछा कि सरकार ने जिन मोहल्ला सभाओं का दम भरा था, वो कहां हैं? गुप्ता का आरोप था कि दिल्ली का बजट बनाने से पहले जनता की राय नहीं ली गई और 2 लाख शौचालय बनाने का वायदा भी पूरा नहीं किया गया. गुप्ता की मानें तो जनता को सस्ती बिजली देने के बजाए केजरीवाल बिजली कंपनियों पर पैसा लुटा रहे हैं.
'ना शिक्षा, ना पानी'
विजेंद्र गुप्ता ने सरकार पर शिक्षा और पेयजल के क्षेत्रों में भी नाकाम रहने का आरोप लगाया. उनकी मानें तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 29,623 पद खाली हैं और इस बार के नतीजों में नौवीं क्लास के 1 लाख छात्र फेल हुए. उन्होंने याद दिलाया कि केजरीवाल सरकार के 2 साल के दौरान एक भी डिग्री कॉलेज नहीं खुला है. गुप्ता के मुताबिक यही हाल स्वास्थ्य सेवाओं का भी है.
गुप्ता की राय में सरकार वायदे पूरे करने में तो नाकाम रही है लेकिन भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बना रही है. उनका कहना था कि 2 साल में सरकार के तीन मंत्रियों को संगीन आरोपों के चलते कुर्सी छोड़नी पड़ी है.
भ्रष्टाचार के टूटे रिकॉर्ड
सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पायी, लेकिन भ्रष्टाचार और गड़बडियों के बड़े बडे रिकार्ड बना डाले हैंं. गुप्ता के मुताबिक तीन तीन मंत्रियोंं को दो साल के दौरान केजरीवाल को भ्रष्टाचार और फर्ज़ीवाडे़ के चलते हटाना पड़ा है। ऐसे में दो साल में दिल्ली को कुछ नहीं मिला, बल्कि दिल्ली को आम आदमी पार्टी की सरकार के वजह से नुकसान ही उठाना पड़ा है, जहां लोग मूलभूत सुविधाओंं के लिए भी परेशान हो रहे हैं.