
दिल्ली से सांसद और भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी को दिल्ली बीजेपी का नया अध्यक्ष बनाया है मनोज तिवारी सतीश उपाध्याय की जगह लेंगे. इसके कयास ऐसे तो कई महीनों से
चल रही थी लेकिन मुहर मंगलवार को रात करीब 8 बजे लगी और अमित शाह ने इसे मंजूरी दी.
दिल्ली बीजेपी नेता पवन शर्मा भी अध्यक्ष पद के दौड़ में भी शामिल थे, लेकिन अंततः मनोज तिवारी को चुना गया. दरअसल आम आदमी पार्टी के सरकार बनने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार जिस तरह से केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है उससे रोकने में दिल्ली बीजेपी नाकाम साबित हो रही थी ऐसे में बीजेपी को ऐसे नेता की तलाश थी जिसकी जनता में पहचान हो. जिसके बाद मनोज तिवारी का नाम उछला लेकिन संकट इस बात को लेकर था कि मनोज तिवारी बीजेपी में नए है ऐसे में संगठन की जिम्मेदारी कैसे दी जा सकती है.
इसी बात को लेकर बीजेपी में उहापोह की स्थिति थी, लेकिन अंत में आप को काउंटर करने के लिए मनोज तिवारी को छोड़कर दूसरा कोई नामी चेहरा नहीं था साथ ही पूर्वांचली वोटर्स को भी अपने साथ खींच सकते है. मनोज तिवारी के सामने सबसे बड़ी चुनौती 2017 के शुरुआती महीने में ही एमसीडी चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाना है.
हर्षवर्धन, विजय गोयल रहे मौजूद
घोषणा होने के तीन घंटे के भीतर ही मनोज तिवारी ने अध्यक्ष की कुर्सी संभाल भी ली, इस दौरान पार्टी ने इसी बात का ध्यान रखा कि पार्टी में एकजुटता दिखे, इसलिए मनोज तिवारी की
ताजपोशी के दौरान मंत्री हर्षवर्धन, विजय गोयल सहित सभी सांसदों को मौजूद रखा गया. मनोज तिवारी की नियुक्ति को दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों को लुभाने के लिए उठाया कदम माना जा
रहा है, क्योंकि दिल्ली में यूपी और बिहार से ताल्लुक रखने वाले पूर्वांचली लोगों की अच्छी खासी तादाद है, जो चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. माना जा रहा है कि वैश्य समाज से डा
हर्षवर्धन और विजय गोयल पहले ही केंद्र सरकार में मंत्री बनाए गए हैं, ऐसे में तिवारी की नियुक्ति से पूर्वांचली समाज को साधने की कोशिश बीजेपी ने की है.
साथ ही अरविंद केजरीवाल से मुकाबले के लिए बीजेपी को अब अध्यक्ष के तौर पर एक सेलिब्रिटी चेहरा भी मिला है. अध्यक्ष पद संभालने के तुरंत बाद मनोज तिवारी ने कहा कि उनकी कोशिश दिल्ली के लोगों का भरोसा जीतने की होगी, क्योंकि केजरीवाल ने बड़े-बड़े वादे करके दिल्लीवालों को धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि वो नरम स्वभाव के हैं, लेकिन दिल्ली वालों की लड़ाई पूरी गर्मजोशी से लड़ेंगे.
हालांकि अचानक हुए इस बदलाव से दिल्ली बीजेपी के नेताओं में कुछ बैचेनी भी दिखी, चर्चा इस बात की भी है कि सेलिब्रिटी चेहरा जरूर अध्यक्ष पद पर काबिज हुआ है, लेकिन संगठन के लिहाज से तिवारी का अनुभव काफी कम है. साथ ही पार्टी के साथ भी उनका नाता ज्यादा पुराना नहीं है. सांसद प्रवेश वर्मा ने तो अपने भाषण की शुरुआत में ही ये कह डाला कि उनकी मनोज तिवारी से मुलाकात तीन साल पुरानी है, यही बात मनोज तिवारी के लिए अब बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि एमसीडी के चुनावों में सिर्फ तीन महीने का ही समय है.