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दिल्ली के कारोबारी का अपहरण कर हत्या करने वाले गिरफ्तार

बदमाशों ने कारोबारी राहुल सक्सेना का अपहण कर फिरौती तो मांगी थी, लेकिन उनका मकसद वास्तव में राहुल का कत्ल करना ही था.

दिल्ली के युवा कारोबारी राहुल सक्सेना का 7 नवंबर को अपहरण हुआ था दिल्ली के युवा कारोबारी राहुल सक्सेना का 7 नवंबर को अपहरण हुआ था
पुनीत शर्मा/रोहित मिश्रा
  • गाजियाबाद,
  • 15 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:07 AM IST

दिल्ली के युवा कारोबारी राहुल सक्सेना का अपरहण कर गाजियाबाद में उनकी हत्या करने वाले तीन बदमाशों को गाजियाबाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार अपहर्ताओं ने फिरौती की मांग की जरूर थी, लेकिन उनका मकसद सिर्फ राहुल सक्सेना की हत्या करना था.

बदमाशों ने 7 नवंबर को शोरूम बंद कर निकले राहुल सक्सेना का अपहरण कर लिया था. अपहरण करने के बाद बदमाशों ने राहुल सक्सेना को गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम इलाके में गटर में उल्टा लटका दिया था, जिससे दम घुटने और फेफड़ों में गंदा पानी जाने से राहुल की मौत हो गई थी. पुलिस को 9 नवंबर को सीवर में से राहुल का शव मिला था.

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मंगलवार रात करीब 9.00 बजे गाजियाबाद पुलिस को सूचना मिली कि बिना नंबर प्लेट वाली एक इटियोस कार से कुछ संदिग्ध लोग जा रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. लेकिन भागते भागते बदमाशों की गाड़ी रईसपुर–सदरपुर रोड पर फंस गई. तभी पुलिस ने तीन तरफ से उन्हें घेरकर धर दबोचा. जब पुलिस ने इनकी तलाशी ली तो बदमाशों के पास से चेकबुक, एटीएम कार्ड और पेट्रो कार्ड मिले, जो दिल्ली के ई-रिक्शा कारोबारी राहुल सक्सेना के थे. जिस कार से वे भाग रहे थे उसका नंबर प्लेट गाड़ी के अंदर ही मिल गया. कार भी राहुल सक्सेना की ही थी.

तीनों बदमाशो के पास से पुलिस ने तीन अवैध देसी तमंचा व कारतूस भी बरामद किया. जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. फिलहाल पुलिस इस तफ्तीश में जुटी है कि आखिर ई-रिक्शा कारोबारी की हत्या क्यों की गई.

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पुलिस के अनुसार, राहुल का अपहरण कर उसकी हत्या करने के संदेह में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में शामिल विक्रांत सिंह आकाश मुख्य साजिशकर्ता है. पुलिस के मुताबिक प्रेम संबंध को लेकर राहुल सक्सेना की हत्या की गई है. पुलिस के मुताबिक, हत्यारोपी के जिस महिला के साथ संबंध थे, उस महिला का संबंध बाद में राहुल सक्सेना से हो गया. हत्यारोपी ने इसी वजह से बदला लेने के लिए शातिराना अंदाज में राहुल का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी.

आरोपियों ने पुलिस और परिवार वालों को गुमराह करने के लिए फिरौती भी मांगी थी. हालांकि कभी वे 20 लाख रुपये की डिमांड करते तो कभी 10 बीघा जमीन की.

पुलिस और बदमाशों के बीच कविनगर में यह मुठभेड़ हुई. बदमाशों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने राहुल की कार, चेकबुक और एटीएम कार्ड भी बरामद कर ली.राहुल के चाचा और अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष संजीव सक्सेना के अनुसार, राहुल सक्सेना 7 नवम्बर की शाम करीब 4:50 बजे शोरूम से कुछ देर में आने की बात बोलकर अपनी कार से निकला था. जब वह देर रात तक नहीं लौटा तो परिवार ने सुल्तानपुरी थाने में शिकायत की.

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