
दिल्ली में आम आदमी पार्टी विधायक और मुख्य सचिव के बीच टकराव नया रूप लेता जा रहा है. एक तरफ जहां मुख्य सचिव ने विधायकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है. दूसरी तरफ मंगलवार दोपहर सचिवालय में पिटाई का आरोप लगाते हुए मंत्री इमरान हुसैन ने भी थाने में शिकायत दी है. इस बीच सोमवार रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बुलाई गई बैठक से जुड़ी हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है.
दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री कार्यालय का दावा है कि सोमवार देर रात 11 बजे बैठक बुलाई गई थी. बैठक में राशन के मुद्दे को लेकर चर्चा हुई, जहां चीफ सेक्रेटरी को बुलाया गया था. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस बैठक में दिल्ली सरकार के खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ही मौजूद नहीं थे.
आम आदमी पार्टी की तरफ से लगातार यही सफाई दी जा रही है कि जनता को घर-घर राशन पहुंचाने के संबंध में मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुलाई गई थी. जबकि मुख्य सचिव का आरोप है कि मीटिंग में विधायकों ने टीवी विज्ञापनों को लेकर चर्चा की और मारपीट की.
इस मीटिंग में मौजूद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा 10 विधायक मौजूद थे. इनमें प्रकाश जरवाल, अजय दत्त, अमानतुल्लाह खान, नितिन त्यागी, संजीव झा, मदनलाल, प्रवीण कुमार, राजेश गुप्ता, ऋतुराज झा और राजेश ऋषि शामिल थे. दिलचस्प बात ये है कि इमरान हुसैन इस बैठक में नहीं थे, जबकि वो खाद्य मंत्री हैं.
मंगलवार को सचिवालय परिसर में मारपीट का आरोप लगाते हुए मंत्री इमरान हुसैन ने पुलिस में शिकायत दी है. उन्होंने इंद्रप्रस्थ एस्टेट थाने में इस संबंध में शिकायत दी है और कर्मचारियों पर धक्कामुक्की, मारपीट और गाली गलोच करने का आरोप लगाया है. इमरान हुसैन ने अपनी शिकायत में लिखा है कि मारपीट करने वाले कह रहे थे कि उन्हें मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आप विधायकों और मंत्रियों को सबक सिखाने की बात कही है.
इमरान हुसैन ने शिकायत में लिखा कि उनका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया गया, बंदी बनाया गया, अपशब्द कहे गए और मारपीट की गई.