
देश की राजधानी में सीलिंग का मुद्दा एक बार फिर राजनीतिक रंग ले रहा है. बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वेस्ट दिल्ली के मटियाला में महापंचायत के मंच पर सीलिंग का विरोध करने पहुंचे. केजरीवाल ने यहां प्रधानमंत्री से सीलिंग से राहत दिलाने की मांग करते हुए अध्यादेश लाने की मांग दोहराई. इसके साथ ही उन्होंने महापंचायत में फैक्ट्री मालिकों का समर्थन करते हुए संसद और बीजेपी सांसदों के घेराव की भी चेतावनी दे डाली.
महापंचायत में इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारी, फैक्ट्री कर्मचारी, फैक्ट्री मालिक और मजदूरों ने भी हिस्सा लिया. सीलिंग के विरोध में बुलाई गई महापंचायत में आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान, गुलाब सिंह, महेंद्र यादव और निगम पार्षद रमेश मटियाला भी मौजूद रहे. इस दौरान मटियाला इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने बिजली बोर्ड और इंडस्ट्री से जुड़ी परेशानियों को लेकर मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग रखी. एसोसिएशन ने 'देहात बचाओ, फैक्ट्री बचाओ' का नारा भी दिया.
क्या कहा केजरीवाल ने
केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में पिछले एक साल से सीलिंग के नाम पर भाजपा की गुंडागर्दी चल रही है. भाजपा ने हजारों दुकानें सील कर दीं. दुकानों के बाद फैक्ट्रियों को सील करने का काम शुरू कर दिया और यहां लोगों से बातचीत में पता चला कि कुछ घरों को भी सील करने के नोटिस आ गए हैं. अगर इस तरीके से चलता रहा तो भाजपा को पूरी दिल्ली सील करनी पड़ेगी.
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से भाजपा ने सीलिंग का डंडा चला रखा है. सीलिंग का सारा कार-भार केंद्र, एमसीडी और डीडीए के अधीन है. इन तीनों जगह भाजपा की ही सरकार है. भाजपा को केवल चार लाइन का एक अध्यादेश लोकसभा में पास करना है कि अगले पांच सालों तक जो दुकान जहां हैं, जो मकान जहां हैं, जो फैक्ट्री जहा हैं, उसको नहीं तोड़ेंगे. सभी मिलकर इसका कोई समाधान निकालेंगे. मात्र ये चार लाइन के अध्यादेश से दिल्ली की सीलिंग रोकी जा सकती है लेकिन भाजपा जानबूझकर ऐसा नहीं कर रही है.
भाजपा ने दिल्ली में हाहाकार मचा रखा है
केजरीवाल ने अध्यादेश की मांग पर जोर दिया और कहा कि इसके बाद सरकार आसानी से दिल्ली में बनी दुकानों, फैक्ट्रियों को रेगुलराइज करने या इसका कोई और समाधान निकालने पर काम कर सकेगी. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पिछले एक साल से भाजपा ने दिल्ली में हाहाकार मचा रखा है. लोगों की दुकानें 8-9 महीने से बंद पड़ी हैं. जो लोग कभी बहुत धनवान हुआ करते थे, आज घर में खाने को नहीं है, बच्चों के स्कूल की फीस जमा करने के पैसे नहीं हैं. लोग बेरोजगार हो गए हैं. इतना कुछ होने के बावजूद अभी भी सीलिंग का कहर थमा नहीं है. अभी दिल्ली में हजारों दुकानें और फैक्ट्री सील होनी हैं. अगर ये ऐसे ही चलता रहा तो दिल्ली में करोड़ों लोग बेरोजगार हो जाएंगे.
केजरीवाल ने सीलिंग न रुकने के 2 कारण भी गिनाए :
पहला, कई लोगों, यहां तक कि कुछ भाजपा वालों का भी मानना है कि भाजपा छोटी-छोटी किराने की दुकानों को बंद करके बड़ी-बड़ी विदेशी कंपनियां लेकर आएगी.
दूसरा, तीन साल पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव में हुई हार का बीजेपी लोगों से बदला ले रही है.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सीलिंग करवाती है और दूसरी तरफ भाजपा के सांसद मनोज तिवारी जी एक घर की सीलिंग तोड़कर जनता से हमदर्दी का नाटक करते हैं. उन्होंने कहा कि मैं मनोज तिवारी जी को चैलेंज करता हूं. आपको तो कोर्ट से भी सजा नहीं मिली. अगर सच में दिल्ली की जनता से हमदर्दी है तो दिल्ली में हुई सारी दुकानों की, सारी फैक्टरियों की, सारे घरों की सीलिंग तोड़कर दिखाओ, तब मानें कि आप सच में जनता के हमदर्द हैं.