
दिल्ली महिला आयोग ने 11 महीने पहले किडनैप हुई 17 साल की कविता (परिवर्तित नाम) को सुल्तानपुरी एरिया से रेस्क्यू कराया है. अब जब कविता मिली तो उसकी गोद में एक 2 महीने का बच्चा भी है. कविता का अपहरण का केस पहले से ही सुल्तानपुरी थाने में दर्ज है. कविता की छोटी बहन ने उसकी सूचना डीसीडब्ल्यू की महिला हेल्पलाइन 181 पर दी थी.
कविता ने बताया कि करीब 11 महीने पहले आरोपी आकाश (परिवर्तित नाम) की छोटी बहन उसे किसी बहाने से घर से बुलाकर ले गई. इसके बाद आकाश की बड़ी बहन और उसका पति कविता को बंधक बनाकर यूपी के हाथरस जिले ले गए. वहां उन्होंने उसकी जबर्दस्ती मांग में सिंदूर लगा दिया और कविता से कहा कि अब से वह आकाश की पत्नी है. कुछ दिन बाद आकाश भी हाथरस पहुंच गया. कविता ने कहा कि आकाश ने उसके साथ जबर्दस्ती शारीरिक संबंध बनाए. कविता ने मोबाइल हेल्पलाइन की काउंसलर को बताया कि वो आकाश और उसके परिवार से जब कहती कि उसे अपने घर जाना है तो उनका जवाब होता कि पहले एक बच्चा हो जाए, उसके बाद घर ले जाएंगे. हाथरस में ही कविता ने बच्चे को जन्म दिया, जो अब दो महीने का है.
दिल्ली महिला आयोग से मांगी मदद
इसके बाद आकाश कुछ दिन पहले कविता को वापस सुल्तानपुरी ले आया. छठ पूजा के दौरान कविता की छोटी बहन ने उसे रास्ते में जाते हुए देखा लिया. कविता ने अपनी बहन को सारी सच्चाई बताई और कहा कि वह घर आना चाहती है, लेकिन आकाश और उसका परिवार उसे निकलने नहीं दे रहा है. कविता की बहन घर आयी और उसने अपने परिवार को पूरी बात बताई. इसके बाद कविता की बहन ने दिल्ली महिला आयोग की महिला हेल्पलाइन 181 पर कॉल करके अपनी बहन के लिए मदद मांगी.
16 साल की उम्र में हुआ था अपहरण
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल के निर्देश पर मोबाइल हेल्पलाइन प्रोग्राम (एमएलएल) की एक टीम गठित की गई. डीसीडब्ल्यू की टीम ने सुल्तानपुरी थाने की पुलिस को साथ लेकर कविता को रेस्क्यू कराया. कविता ने बताया कि जब उसका अपहरण किया गया था तो उसकी उम्र 16 साल थी और आकाश उनके पड़ोस में रहता था.
महिलाओं की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर DCW
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कविता की बहन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उस बच्ची ने अपनी बहन को बचाने के लिए तुरंत डीसीडब्ल्यू की महिला हेल्पलाइन 181 पर कॉल करके हिम्मत का काम किया. मालीवाल ने कहा कि डीसीडब्ल्यू की टीम दिल्ली की महिलाओं की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला या लड़की किसी परेशानी में दिखे तो तुरंत डीसीडब्ल्यू की महिला हेल्पलाइन 181 पर कॉल करें.