
पूर्वी दिल्ली के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का गुरुवार को दूसरा दिन था. हड़ताल के दूसरे दिन सफाई कर्मचारियों ने पूर्वी दिल्ली की मेयर नीमा भगत के घर का घेराव किया. घेराव के दौरान सफाई कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की और एमसीडी के साथ साथ दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
सफाई कर्मचारियों ने चाचा नेहरू अस्पताल से लेकर मेयर निवास तक रैली निकाली और फिर गीता कॉलोनी में मेयर के घर के बाहर जमा होकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने मेयर नीमा भगत का पुतला भी जलाया.
दिख रहा है हड़ताल का असर
गुरुवार को सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरा दिन था. ऐसे में अब इसका असर दिखना शुरू हो गया है. गुरुवार को पूर्वी दिल्ली के ढलाव घरों से कूड़ा अब बाहर सड़क पर आना शुरू हो गया है. पूर्वी दिल्ली के रानी गार्डन इलाके में बने एमसीडी ढलाव घर का कूड़ा ढलाव घर से बाहर निकल चुका है. वहीं सफाई कर्मचारियो की गैरहाज़िरी के बाद अब एमसीडी ने मशीनों के ज़रिए कूड़ा उठाने का काम शुरू कर दिया है. पांडव नगर में बने ढलाव घर पर ईस्ट एमसीडी की जेसीबी से कूड़ा उठाया गया.
पूर्वी नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारी पिछले दो दिन से हड़ताल पर हैं. सफ़ाई कर्मचारी लगातार दिल्ली सरकार और निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके चलते पूर्वी दिल्ली में न तो सफ़ाई हुई है और ना ही कूड़े घर से गंदगी उठाई गयी है. इस वजह से कई जगह सड़क तक कूड़ा जमा हो गया है. इसके कारण कई लोगों के मन में बीमारी फैलने का डर भी बैठ गया है. लोगों का कहना है दिवाली आ रही है, ऐसे में हमने अपने घरों की सफ़ाई तो की है, मगर सड़क पर इस गंदगी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार और निगम को आपस में मिलकर सफ़ाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान करना चाहिए.
सफ़ाई कर्मचारियों की मांगें
पूर्वी नगर निगम के सफ़ाई कर्मचारियों ने इससे पहले एक साल में 6 बार हड़ताल की थी. उस समय हड़ताल कर्मचारियों की सैलरी को लेकर थी. इस बार सफ़ाई कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें बक़ाया एरियर दिया जाए, डीए दिया जाए. साथ ही जो कर्मचारी पिछले कई सालों से निगम के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें स्थायी किया जाए. सफ़ाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष संजय गहलोत का कहना है कि हम अपने अधिकार का पैसा मांग रहे हैं, कोई भीख नहीं मांग रहें. हमें दिल्ली में गंदगी फैलाने का कोई शौक नहीं है, मगर क्या करें? हमें भी दिवाली मनानी है. हमारे भी बच्चे हैं. हमें हमारे हक़ का पैसा मिलना ही चाहिए.
अनिश्चितक़ालीन हड़ताल
पूर्वी दिल्ली में पटपड़गंज, लक्ष्मी नगर, मयूर विहार में सबसे ज़्यादा गंदगी जमा है. अब लगता है दिवाली पर भी यहां के लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ेगा. सफ़ाई कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी वो हड़ताल वापस नहीं लेंगे. आपको बता दें कि इसी इलाक़े से दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया विधायक हैं. लोग चाहते हैं कि जल्द समस्या का समाधान हो और दिवाली प्रदूषण मुक्त हो.
मेयर ने हड़ताल को बताया राजनीति से प्रेरित
पूर्वी दिल्ली की मेयर नीमा भगत ने सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को राजनीति से प्रेरित बताया है. उन्होंने बताया कि जब सफाई कर्मचारियों की सितम्बर की तनख्वाह और दिवाली का बोनस दिया जा चुका है फिर भी वो बिना बात हड़ताल कर रहे हैं. मेयर ने बताया कि हड़ताल के पीछे यूनियन नेताओं को मिला राजनीतिक संरक्षण हो सकता है. मेयर न बताया कि हड़ताली सफाई कर्मचारियों पर निगम कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है.