
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री और दिल्ली बीजेपी प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि केजरीवाल सरकार ने 5 साल तक दिल्ली के लोगों को छला है.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार ने 5 साल तक दिल्ली के लोगों को छला है. उनको जो सपने दिखाए थे, उनसे जो वादे किए थे, उन पर वह खरा नहीं उतरे. यह लोग क्या थे और क्या हो गए हैं. अन्ना हजारे को सबसे बड़ा धोखा किसी ने दिया है तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिया है. अन्ना चाहते थे कि पार्टी न बनाई जाए. लेकिन फिर भी पार्टी बनाकर सत्ता में आकर अपने वादों पर खरा नहीं उतरे.'
'क्या से क्या हो गया'
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'इन लोगों ने 5 साल में क्या काम किया है. क्या से क्या हो गया. क्या सपना पाला था, क्या सोच कर आए थे, कैसे काम किया और क्या से क्या हो गया.' वहीं आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों पर प्रकाश जावड़ेकर का कहना है, 'किस तरीके के उम्मीदवारों की सूची आई है सबके सामने हैं. अन्ना के मूल्यों से भी हट गए. ऐसे ही वह लोग हैं. नीति भी भ्रष्ट है. 5 साल दिल्ली के लोगों से छलावा हुआ है. आम आदमी पार्टी जानकर भी अनजान जैसा करती है.'
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नागरिकता संसोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी कहती है कि जब सीएए और एनआरसी आएगा तो मनोज तिवारी को भी दिल्ली से बाहर जाना पड़ेगा. यह तो कमाल है. उनको सीएए, एनआरसी का पता ही नहीं. एक तो एनआरसी आ नहीं रही है. कैबिनेट में कोई प्रस्ताव नहीं हुआ है. देश के नागरिकों का कोई मुद्दा नहीं है. मुख्यमंत्री केजरीवाल की आम आदमी पार्टी बिहारी और उत्तर प्रदेश के लोगों को बाहरी ही नहीं समझती बल्कि घुसपैठिया समझती है. यह इनका मुद्दा है.'
जावड़ेकर ने कहा, 'उनके मन में है उत्तर प्रदेश और बिहार से जो लोग मेहनत करके दिल्ली में आए हैं, उनके प्रति गलत भावना है. वे उन लोगों को हमेशा घुसपैठिया समझते हैं. उनको पढ़ना चाहिए कि नागरिकता कानून का इस देश के नागरिकों से कोई लेना-देना नहीं है. किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी. बल्कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो शरणार्थी आते हैं, जो धार्मिक प्रताड़ना के शिकार होते हैं, उन को नागरिकता देने का काम है. यह किसी की नागरिकता छीनने का कानून नहीं है. लेकिन जानबूझकर भ्रम फैलाया जा रहा है. जानबूझकर हिंसा को प्रोत्साहित करना ही इनका काम है.'