
इस साल दिल्ली में डेंगू के साथ ही चिकनगुनिया के मामले भी सामने आ रहे हैं. लोग चिकनगुनिया के शिकार हो रहे हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि डेंगू पर ध्यान लगाए बैठी सरकार को चिकनगुनिया का ख्याल ही नहीं है.
एक ही मच्छर से फैलता है डेंगू और चिकनगुनिया
इसलिए तो लोग चिकनगुनिया के टेस्ट के लिए मनमानी रकम देने के लिए मजबूर हैं. डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के वायरस को एडीस नाम का मच्छर ही फैलता है. इनमें होने वाले बुखार के लक्षण भी शुरुआत में
एक जैसे ही होते हैं. लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते जाते हैं तो चिकनगुनिया मरीज के शरीर के जोड़ों को लगभग तोड़ देता है. रोग से पीड़ित व्यक्ति असहनीय दर्द झेलता है. यहां तक की दर्द की वजह से वो चल फिर भी
नहीं पता.
डेंगू की जांच के लिए रेट फिक्स
चिकनगुनिया की जांच के लिए प्राइवेट लैब 1000 से 2500 रुपये तक वसूल रही हैं, जबकि डेंगू की जांच के लिए दिल्ली सरकार ने 600 रुपये फिक्स कर दिए हैं.
चिकनगुनिया की जांच के रेट भी किए जाऐंगे फिक्स
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से जब चिकनगुनिया के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार जल्द इस बारे में फैसला करेगी और डेंगू की तरह ही चिकनगुनिया की जांच के लिए भी रेट तय
किए जाएंगे.