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BSF डीजी ने मानी मेस फंड में धांधली की बात, याचिका पर सुनवाई आज

याचिका में मांग की गई है कि तेज बहादुर यादव को अदालत के सामने पेश किया जाए. परिवार का दावा है कि वो कई दिनों से तेज बहादुर से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. यादव के परिजनों की मानें तो इस बारे में बीएसएफ को दो पत्र लिखे गए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

क्या वाकई लापता है तेज प्रताप यादव? क्या वाकई लापता है तेज प्रताप यादव?
पूनम शर्मा/शरत कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 10 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 8:22 AM IST

बीएसएफ में खराब खाने की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर के लापता होने से जुड़ी याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट आज सुनवाई करेगा. गुरुवार को तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला ने इस सिलसिले में हेबस कॉपर्स यानी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी.

याचिका में क्या है?
याचिका में मांग की गई है कि तेज बहादुर यादव को अदालत के सामने पेश किया जाए. परिवार का दावा है कि वो कई दिनों से तेज बहादुर से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. यादव के परिजनों की मानें तो इस बारे में बीएसएफ को दो पत्र लिखे गए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. शर्मिला ने मामले की उच्च-स्तरीय जांच की भी मांग की है. साथ ही तेज बहादुर यादव की वोलेंटरी रिटायरमेंट की दरख्वास्त के खारिज होने का मसला भी उठाया है.

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अफसर ने मानी गड़बड़ी की बात
वहीं बीएसएफ के डीजी के के शर्मा ने माना है कि बीएसएफ जवानों के मेस फंड में गड़बड़ियां हो रही हैं. उनके मुताबिक ये ठीक नहीं है और जांच के जरिये सच तक पहुंचा जाएगा. शर्मा जैसलमेर के किशनगढ़ में बीएसएफ के नेशनल फायर मुकाबलों के दौरान बोल रहे थे. उन्होंने माना कि तेज प्रताप यादव के वीडियो से बीएसएफ की साख को धक्का लगा है. साथ ही उन्होंने जवानों को ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर ना करने की चेतावनी भी दी. उन्होंने दावा किया कि तेज प्रताप यादव ने कुंठा के चलते शिकायती वीडियो पोस्ट किया था.

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