
मेट्रो दिल्ली वालों के लिए न सिर्फ शान की सवारी है, बल्कि सफर का आसान और बेहतर साधन भी है. इसलिए तो दिल्ली मेट्रो में भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन मेट्रो के मुसाफिरों के सामने सबसे बड़ी समस्या लास्ट माइल कनेक्टिविटी की होती है. मतलब घर से मेट्रो स्टेशन या मेट्रो स्टेशन से दफ्तर तक पहुंचना सबसे बड़ी दिक्कत होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब दिल्ली मेट्रो ने लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए नए ई रिक्शा लॉन्च किए हैं, जो आम ई रिक्शा से अलग हैं.
एक साल में चलेंगे 610 ई-रिक्शा
ये डिज़ाइन ई रिक्शा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अभी एक स्टेशन पर ही चलाया जाएगा. फिलहाल वैशाली मेट्रो स्टेशन के लिए पांच ई रिक्शा मंगाए गए हैं, जो तीन से चार किलोमीटर के दायरे में मुसाफिरों को
फीडर सेवा मुहैया कराएंगे. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के एमडी मंगू सिंह के मुताबिक दिल्ली मेट्रो का लक्ष्य एक साल के भीतर इसी तरह के 610 ई-रिक्शा चलाने का है. वैशाली मेट्रो स्टेशन पर प्रयोग के
तौर पर रिक्शे चलाए जा रहे हैं, जल्दी ही नोएडा और गुरुग्राम के स्टेशनों पर भी ई-रिक्शा की सेवा शुरू कर दी जाएगी.
ई-रिक्शा में लगा होगा सीसीटीवी कैमरा और जीपीएस
दिल्ली मेट्रो की फीडर सेवा के तौर पर चलाए जा रहे इन रिक्शा में सीसीटीवी कैमरा और जीपीएस भी लगा होगा. ताकि इन पर निगरानी रखी जा सके और रात के वक्त या सुनसान इलाकों में महिला मुसाफिरों के
लिए इसे सुरक्षित बनाया जा सके. फिलहाल डीएमआरसी 42 रूटों पर 291 फीडर बसें चला रही है, लेकिन ये मुसाफिरों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी देने के लिए काफी नहीं है. इसलिए अब डीएमआरसी का प्लान किराये
पर साइकिल देने और संकरी गलियों के लिए ई-रिक्शा चलाने का है.