
दिल्ली पुलिस ने शातिर बदमाशों के एक ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो छोटे बच्चों से चोरी और लूट की वारदात कराते थे. इस गैंग के लोग झारखंड और छत्तीसगढ़ के दूरदराज के गांव से बच्चों को लेकर आते. उन्हें बाकायदा शादियों में चोरी करने और कार से फोन उठाने की ट्रेनिंग देते थे.
मामला दिल्ली के कीर्तीनगर थाना क्षेत्र का है. पुलिस के मुताबिक ये शातिर बदमाश मॉल्स में बड़ी दुकानों में भी बच्चों से चोरी कराते थे. इतना ही नहीं भीड़भाड़ वाले इलाकों से फोन झपटकर भागने की ट्रेनिंग भी बच्चों को दिया करते थे. गैंग ने बच्चों को 30 हजार रुपये महीने की सैलरी पर रखा हुआ था.
यह गैंग बच्चों से दो से तीन महीने वारदात कराने के बाद उन्हें वापस भेज देता था, फिर ये नए बच्चों के साथ गैंग बनाते थे. पुलिस ने इस गैंग के चंगुल से 6 बच्चों को छुड़ाया है. बच्चों ने पुलिस को बताया कि गैंग के बदमाशों ने इनके माता पिता से कई झूठे वादे किए.
बच्चों के मुताबिक गैंग के लोगों ने उनके माता-पिता से कहा कि वे एनजीओ चलाते हैं, बच्चों को हॉस्टल में रखकर पढ़ाया जाएगा. किसी से दिल्ली में नौकरी कराने के लिए बोला गया. लेकिन दिल्ली लाकर उन्हें शातिर चोर बना दिया जाता है. कई मामलों में माता पिता को चोरी का हिस्सा मिलता है. छुड़ाए गए बच्चों की उम्र 8 से 15 साल है.
पुलिस को पिछले कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी कि छोटे बच्चे चोरी की वरदातों को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस को मॉल्स और बड़े बाजारों से कई सीसीटीवी फुटेज भी मिली थी, जिनमें बच्चे चोरी और झपटमारी करते दिख रहे थे.
इसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो पता चला कि बच्चों से चोरी कराई जा रही है. जो गैंग ये काम कर रहा है, उसमें अनिल मंडल, संदीप, और चंद्र शेखर के नाम प्रमुख हैं. इसके बाद पुलिस ने इन तीनों की तलाश शुरु की.
शुक्रवार की शाम पुलिस को जानकारी मिली की ये तीनों कीर्तीनगर में एक शादी समारोह के बाहर खड़े हैं. बस पुलिस ने तुंरत तीनों को वहां पहुंचकर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास 8 महंगे फोन और चोरी का सामान बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि तीनों ने पुलिस और कानून से बचने के लिए बच्चों का गैंग बना रखा था.