
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो सुबह के वक्त बच्चों को स्कूल छोड़ने निकलने वालों को अपना शिकार बनाते हैं. पुलिस क्राइम ब्रांच ने डासना इलाके से गैंग के दो सदस्यों हारुन और रहीम को गिरफ्तार किया है.
पुलिस काफी समय से इस गैंग की धर-पकड़ में लगी हुई थी. दरअसल दिल्ली के इलाकों में तड़के लूट की वारदात को अंजाम देने की घटनाएं जब बहुत बढ़ गईं और पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रही तो इसकी जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी.
क्राईम ब्रांच ने जब चांच शुरू की तो उन्हें पता लगा कि इन वारदातों के पीछे गाजियाबाद के पसौंडा इलाके का गैंग सक्रिय है. पुलिस ने बताया कि कोटला इलाके में वारदात के वक्त गैंग के एक सदस्य ने गोली चला दी थी. लेकिन वह गोली गैंग के ही सदस्य फुरकान को लग गई थी.
फुरकान को लेकर गैंग के सदस्य हापुड़ इलाज कराने गए. लेकिन पुलिस को पता लग गया. फुरकान को तो पुलिस पकड़ने में सफल रही, लेकिन उसके साथ उसका इलाज कराने आए दो बदमाश भागने में सफल रहे थे.
इसके बाद गैंग के सरगना रहीम चौधरी ने अपने दो साथियों अक्षत कुरैशी और हारून के साथ मिलकर दिल्ली के मुस्तफाबाद में एक फ्लैट किराए पर लिया. उन्होंने दो बाइक चुराईं और सुबह के वक्त लूटपाट फिर से शुरू कर दी.
महीने भर के अंदर उन्होंने इलाके में कई वारदातों को अंजाम दे दिया तो पुलिस के कान खड़े हुए. पुलिस ने उनके पीछे मुखबिर लगाए और जैसे ही सटीक सूचना मिली हारुन और रहीम को डासना इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस का कहना है कि पसौंडा के रहने वाले कई बदमाश सुबह के वक्त वारदात करते हैं और भाग निकलते हैं. इन पर नजर रखने के लिए यूपी बार्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है.
पुलिस के मुताबिक, इनके निशाने पर सुबह टहलने निकले लोग होते थे या फिर वे लोग जो अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए निकलते थे. एकसाथ दो बाइक पर गैंग के चार सदस्य निकलते थे. दो बदमाश आगे चलते, जो लूटपाट करते वक्त पीछे के बदमाशों को आने वाले किसी खतरे से आगाह करते. पुलिस ने बताया कि ये बदमाश जब लूट के लिए निकलते थे तो एक के बाद एक तीन से चार वारदात कर देते.