
दिल्ली सराय स्टेशन से बुधवार रात को रवाना हुई दिल्ली सराय-जोधपुर एक्सप्रेस में रात को हरियाणा पुलिस के जवानों ने जमकर उत्पात मचाया. पुलिस के जवान दिल्ली से ट्रेन के तीन स्लीपर कोच एस-8, एस-9 और एस-10 में घुस गए और किसी यात्री को अंदर घुसने नहीं दिया. डिब्बों में पहले से बैठे यात्रियों को भी बाहर निकाल दिया. इसके साथ ही यात्रियों के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की भी की.
आरोप है कि हरियाणा पुलिस के जवान शराब के नशे में थे और उन्होंने पूरी रात यात्रियों को परेशान किया. जवानों के उत्पात की वजह से टीटीई भी कोच में नहीं घुस पाए. ट्रेन के लेट होने की वजह से एस1 कोच में यात्रा कर रहे एक परिवार की दो माह की बच्ची की मौत हो गई. डेगाना जंक्शन पर डॉक्टर ने इसकी पुष्टी की. लेकिन उसके परिजनों के जोधपुर नहीं आने से पूरी जानकारी सामने नहीं आई.
जानकारी के मुताबिक ट्रेन के एक यात्री निर्भीक डोयल ने मेडिकल हेल्प के लिए रेल मंत्री को ट्वीट भी किया था. जोधपुर पहुंचने पर आरपीएफ के जवान कोच पर पहुंचे और उन्होंने हरियाणा पुलिस के अधिकारियों से घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की. मामले को लेकर अभी कोई रिपोर्ट जोधपुर में दर्ज नहीं हुई है. लेकिन ट्रेन में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसके आधार पर आरपीएफ कार्रवाई करेगा.
जोधपुर पहुंचे हरियाणा पुलिस के डिप्टी एसपी ने पहले तो घटना से किनारा कर लिया लेकिन बाद में कहा कि मामले की जांच करवाएंगे. गौरतलब है कि बुधवार रात को दिल्ली सराय से ट्रेन के रवाना होते ही यह विवाद शुरू हो गया था. रेवाड़ी में आरपीएफ ने आकर दरवाजे खुलवाए लेकिन हरियाणा पुलिस के जवान शांत नहीं हुए. जिसके चलते जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को दरवाजे बंद रखने की नसीहत दी.
यात्रियों के अनुसार पूरे रास्ते ट्रेन में चैन पुलिंग होती रही. ट्रेन के टीटी ने भी हालातों की पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस के जवानों की तैनाती प्रदेश में निकाय चुनावों में की गई है. टीटीई विक्रम सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की और कहा कि मेरे साथ धक्का-मुक्की की गई. उन लोगों ने कहा कि अंदर घुस गए तो चलती गाड़ी से नीचे फेंक देंगे. किसी ने कोई टिकट नहीं चेक करवाया. उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
यात्री निर्भीक डोयल ने बताया कि कोच में मेरे साथ एक फैमिली थी जिसके साथ छोटे-छोटे बच्चे थे. रास्ते में एक बच्ची की तबीयत गड़बड़ होने लगी. कोई सुविधा उन्हें मिल नहीं पा रही थी. फिर मैं टीटीई से बोला तो उन्होंने फोन किया और डेगाना पर डॉक्टर तो आए लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी. मैं तो यही कहूंगी कि इन जवानों की वजह से ट्रेन लेट हुई और समय पर डेगाना नहीं पहुंच पाई इस वजह से उस बच्ची की मौत हो गई.
हरियाणा पुलिस के डीएसपी परमजीत सिंह ने कहा कि मैं पूरे समय ट्रेन में ही था और तीनों कोच में लगातार गश्त कर रहा था. मैंने कई बार यात्रियों से भी पूछा कि उन्हें कोई तकलीफ तो नहीं है लेकिन किसी ने मुझसे कोई शिकायत नहीं की. इस दौरान डीएसपी ने जवानों के शराब के नशे में होने से भी इनकार किया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिसने भी गलती की होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.