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दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित पत्थर मार्केट में गुरुवार को हुई सीलिंग के बाद से दिल्ली के व्यापारियों में एक बार फिर से खौफ बैठ गया है. एक ही दिन में 50 से ज्यादा दुकानें सील होने से व्यापारियों के बीच गुस्सा है.
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंड्स्ट्री (सीटीआई) ने केंद्र सरकार व दिल्ली बीजेपी के सभी सातों सांसदों पर व्यापारियों को धोखे में रखने का आरोप लगाया है. सीटीआई के संयोजक बृजेश गोयल व वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता का कहना है कि केंद्र सरकार सीलिंग के विषय पर अपना रुख स्पष्ट करे और बताए कि सीलिंग पर वो अध्यादेश कब ला रही है. पिछले 4 महीनों से हमें बस यही कहा जा रहा है कि सीलिंग का समाधान जल्द ही हो जाएगा लेकिन कुछ नहीं हो रहा है. व्यापारी की हालत त्रिशंकू की तरह हो गई है, जो हवा में लटका हुआ है.
CTI संयोजक बृजेश गोयल ने कहा कि दिल्ली में सीलिंग चालू हुए 4 महिने बीत चुके हैं. इस दौरान सीटीआई के प्रतिनिधि मंडल ने बीजेपी के सातों सांसदों व केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की थी.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी व मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बार- बार यही कहा है कि दिल्ली के व्यापारियों को जल्द ही सीलिंग से राहत दिलाई जाएगी. ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार कहा गया. इसकी वजह से दिल्ली का व्यापारी आश्वस्त हो गया कि निश्चित ही सीलिंग से राहत के लिए कोई रास्ता निकलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
इसी वजह से तमाम व्यापारियों ने ना तो किसी तरह की कोई कानूनी राय ली और न ही माननीय सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी बात रखने की कोई पहल की. जब केंद्रीय मंत्री व सांसद ही गोलमोल जवाब देकर व्यापारियों को बरगलाने का काम करेंगे तो हम किस पर भरोसा करें. हम बस केंद्र सरकार से इतनी ही अपील करते हैं कि वह अपना रूख स्पष्ट करे कि सीलिंग रुकवाने के लिए अध्यादेश लाएगी या नहीं?