
दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ महीनेभर से प्रदर्शन जारी है. दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर गुरुवार को पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए शाहीन बाग पहुंची, लेकिन बैरंग लौटना पड़ा.
पुलिस ने बुधवार के बाद आज गुरुवार को भी प्रदर्शनकारियों से रास्ता खोलने की भी अपील की, लेकिन प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं और वो हटने को तैयार नहीं हैं. महिलाएं अभी भी प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं. पुलिस की ओर से कई बार अपील करने के बाद भी वे लोग नहीं माने तो फिर वहां से पुलिस अफसर चले गए.
हाई कोर्ट का आदेश
दिल्ली हाई कोर्ट ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के मद्देनजर मंगलवार को दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वह कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग पर यातायात सुगम बनाए और इस समस्या से समयबद्ध तरीके से कानून के अनुसार निपटा जाए. मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और जस्टिस सी. हरिशंकर की अगुवाई वाली दिल्ली हाई कोर्ट की एक पीठ ने ये निर्देश पारित किए और याचिका का निस्तारण कर दिया.
अधिवक्ता अमित साहनी की ओर से दायर याचिका में कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग यानी रोड नंबर 13ए (मथुरा रोड और कालिंदी कुंज के बीच) के साथ-साथ ओखला अंडरपास को खोलने के लिए अदालत से निर्देश देने की मांग की गई थी, जिसे 15 दिसंबर, 2019 को सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था.
पुलिस ने हिरासत में लिया
हालांकि, इस सड़क मार्ग को बंद किए जाने से लाखों यात्रियों को रोजाना भारी असुविधा और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जो पिछले एक महीने से अलग-अलग मार्गो से जाने के लिए मजबूर हैं.
इस बीच दिल्ली के तुर्कमान गेट पर आज गुरुवार को सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस को तब कार्रवाई करनी पड़ी जब तुर्कमान गेट के पास जमे लोगों के कारण ट्रैफिक जाम होने लगा. इस दौरान वहां मौजूद महिलाएं दिल्ली पुलिस को उकसाती नजर आईं.