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दिल्ली: प्रदूषण से हालात बदतर, 4 राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की आज बैठक, NCR में भी स्कूल बंद

दिल्ली में वायु प्रदूषण के 'गंभीर' हालात पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने पड़ोसी राज्यों के साथ सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में इस समस्या से निपटने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.

स्मॉग की चादर में ढकी दिल्ली स्मॉग की चादर में ढकी दिल्ली
सबा नाज़
  • नई दिल्ली,
  • 07 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:22 AM IST

दिल्ली में वायु प्रदूषण के 'गंभीर' हालात पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने पड़ोसी राज्यों के साथ सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में इस समस्या से निपटने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार तक दिल्ली वालों को स्मॉग से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे की अध्यक्षता में ये बैठक सोमवार दोपहर दिल्ली के पर्यावरण भवन में होगी. इस बैठक में दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के पर्यावरण मंत्री हिस्सा लेंगे. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने कहा है कि 'हम दिल्ली में हालात पर नजर रख रहे हैं, बैठक में ये चर्चा होगी कि हमें इस समस्या से निपटने के लिए जल्द से जल्द किस तरह के उपाय करने की जरूरत है.'

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वहीं दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार के मंत्री अब लामबंद हो गए हैं. रविवार रात को 11 बजे उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सिंधु बॉर्डर पहुंचे और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन देर रात अचानक गाजीपुर चैक नाके पर पहुंचे और दिल्ली में आने वाले ट्रकों की चैकिंग की. इस दौरान उन्होंने कई ओवरलोडेड ट्रकों को रोका और उनका चालान कटवाया. इसके अलावा 8 ओवरलोडेड गाड़ियों को जब्त भी किया गया.

दिल्ली से होकर गुजरने वाले ट्रकों की चैकिंग
इमरान हुसैन के मुताबिक वो आगे भी इस तरह से औचक निरीक्षण करते रहेंगे. दिल्ली में हो रहे प्रदूषण के लिए बड़ी संख्या में दिल्ली से होकर गुजरने वाले वो ट्रक जिम्मेदार हैं जो दूसरे राज्यों में जाने के लिए दिल्ली से होकर गुज़रते हैं और ऐसे में ज़रूरत हैं कि वो ओवरलोडेड ना हो.

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केंद्र ने 'इमजेंसी' करार दिया
पूरी दिल्ली और आसपास के इलाके में स्मॉग का कहर है. प्रदूषण पर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार ने इसे 'इमरजेंसी' करार दिया है. सोमवार को दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों (यूपी, हरियाणा और पंजाब) के पर्यावरण मंत्रियों की मीटिंग बुलाई है, जबकि दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सीएम केजरीवाल ने आज अपने घर पर कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई है.

प्रदूषण को लेकर जंतर-मंतर में प्रदर्शन
प्रदूषण से निपटने में दिल्ली सरकार की लापरवाही को लेकर जंतर-मंतर पर बच्चे और लोग प्रदर्शन करने पहुंचे हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, 'दिल्ली में प्रदूषण से सांस लेना बेहद मुश्किल हो गया है. बच्चों की सेहत बिगड़ रही है. अगर जल्द ही कुछ नहीं किया गया, तो भविष्य खतरे में है. हमलोग हर रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे. सरकार को हमारी सुननी पड़ेगी.' बता दें, सुबह 10 बजे तक दिल्ली के आरके पुरम में हवा की गुणवत्ता 999, इंदिरा गांधी एयरपोर्ट में 436, पंजाबी बाग में 999 और शांति पथ में 662 रिकॉर्ड की गई.

प्रदूषण के कारण नहीं हो पा रहा रणजी मैच
दिल्ली में जहरीले स्मॉग का असर खेलों पर भी पड़ा है. यहां दो दिन से रणजी मैच नहीं हो पा रहा है. रविवार को राजधानी के करनैल सिंह स्टेडियम में त्रिपुरा और हैदराबाद के बीच मैच के लिए प्लेयर्स मास्क लगाकर स्टेडियम पहुंचे.

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आरोप-प्रत्यारोप से बचें सभी पार्टियां
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने कहा, 'प्रदूषण से दिल्ली में इमरजेंसी के हालात हैं. ये स्थिति खासकर बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है. हमें इससे निपटने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने होंगे.' अनिल माधव ने अपील की है कि दिल्ली के प्रदूषण को लेकर कोई भी राजनीतिक पार्टी आरोप-प्रत्यारोप का खेल ना खेले और इस समस्या से निपटने में सहयोग करे. बता दें, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की फटकार के बाद दिल्ली सरकार हरकत में आई है. हालांकि, राजधानी में बढ़े प्रदूषण के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल ने सीधे तौर पर पड़ोसी राज्यों को कसूरवार ठहराया है.

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