
दिल्ली यूनिवर्सिटी के पर्मानेंट शिक्षक भी एड हॉक और टेंपररी स्टाफ के समर्थन में खुल कर आ गए हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स असोशिएशन (DUTA) ने इन कर्मचारियों के सालों से ऐसे ही रहने के सवाल पर पूरे दिन की भूख हड़ताल की. प्रदर्शनकारी सुबह के 9 बजे से रात के 9 बजे तक कुलपति कार्यालय के बाहर जमे रहे. वे एड हॉक शिक्षकों के लिए प्रॉपर रोस्टर की मांग कर रहे थे.
इस प्रदर्शन और धरने में शामिल शिक्षकों का कहना है कि पर्मानेंट नौकरी न होने की वजह से वे किन-किन दिक्कतों से गुजर रहे हैं. वे हमेशा ही भेदभाव की बात कहते हैं. कैसे उन्हें अधिक-से-अधिक क्लासेस पढ़ाने के लिए दी जाती हैं. हालांकि यूजीसी के मानकों के हिसाब से किसी पर्मानेंट स्टाफ को पूरे सप्ताह में केवल 16 क्लासेस ही लेनी होती हैं.