
हम बात कर रहे हैं डेंगू,मलेरिया और चिकनगुनिया की जिसकी तिकड़ी ने दिल्ली को इन दिनों जकड़ा हुआ है. एमसीडी की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में मलेरिया के 128 मामले, डेंगू के 98 और चिकनगुनिया के 127 मामले सामने आ चुके हैं लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि दिल्ली में इतने मामले आखिर क्यों इतने जल्दी सामने आए...
दरअसल इसके पीछे की एक बड़ी वजह है एमसीडी के मलेरिया विभाग में स्टाफ की कमी जिसके कारण ब्रीडिंग को रोकने और मच्छरों के खात्मे का काम एमसीडी ठीक तरह से अंजाम नहीं दे पा रही.
स्टाफ की हो रही है कमी
हमारे पास जो दस्तावेज़ उपलब्ध हैं उसके मुताबिक दिल्ली की दो सबसे बड़ी एमसीडी यानि नॉर्थ और साउथ एमसीडी जो कि दिल्ली का लगभग 60 फीसदी हिस्सा संभालती हैं उनमें मलेरिया विभाग के पास स्टाफ बेहद कम है.
बात सबसे पहले नॉर्थ एमसीडी की करें तो यहां असिस्टेंट मलेरिया ऑफिसर के कुल 6 पद हैं लेकिन सभी पद खाली हैं। वहीं सिनियर मलेरिया इंसपेक्टर के भी सभी 15 के 15 पद खाली हैं...
इसके अलावा मलेरिया इंस्पेक्टर के 129 पदों में से सिर्फ 21 पदों पर ही नियुक्तियां हो पाई है,जबकि 108 पद खाली है...
वहीं असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर के 378 पदों में से 247 पद खाली पड़े हैं...
असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर के 92 पदों पर तो रेगुलर स्टाफ है तो वहीं 39 कांट्रेक्चुअल स्टाफ काम कर रहे हैं. वहीं साउथ एमसीडी में भी हालात कुछ अच्छे नहीं है...
यहां भी असिस्टेंट मलेरिया ऑफिसर के 4 पदों में से 1 खाली है जबकि तीन पर नियुक्तियां हो चुकी हैं... वहीं सिनियर मलेरिया इंसपेक्टर के 12 में से 10 पद खाली हैं और महज़ 2 पदों पर नियुक्तियां ही हो पाई है... मलेरिया इंसपेक्टर के 106 पदों में से सिर्फ 32 पदों पर ही नियुक्तियां हुई हैं जबकि 74 पद अभी भी खाली है...
खाली है दिल्ली सरकार के पद
असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर के 324 में से 122 पद खाली हैं और 199 पदों पर ही नियुक्तियां हो पाई हैं... बात अगर ईस्ट एमसीडी की करें तो यहां सीनियर मलेरिया इंस्पेक्टर के 7 में से सभी 7 पद खाली हैं। मलेरिया इंसपेक्टर के 65 में से 55 पद खाली है, असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर के 153 में से 91 पद खाली है.
विपक्ष ने उठाए सवाल
अब विपक्ष सवाल पूछ रहा है जि स्टाफ ही नहीं है तो एमसीडी डेंगू और मलेरिया से लड़ाई कैसे लड़ेगी। साउथ एमसीडी में नेता विपक्ष रमेश मटियाला ने कहा है कि जब इनके पास स्टाफ ही नहीं है तो सवाल उठता है कि मलेरिया और डेंगू से लड़ाई कैसे लड़ेंगे जब अभी ये स्टाफ की लड़ाई लड़ रहे हैं
वहीं स्टाफ की कमी खुद बीजेपी भी मान रही है। साउथ दिल्ली की मेयर कमलजीत सहरावत ने कहा है कि स्टाफ की कमी तो है लेकिन स्टाफ को शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है ताकि खाली पड़े पदों को समय़ रहते भरा जा सके.