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डीजल इंजन का आविष्कार करने वाले रुडॉल्फ डीजल का जन्म साल 1885 में 18 मार्च के दिन हुआ था.
जर्मन मेकेनिकल इंजीनियर डीजल बचपन से ही इंजीनियरिंग का शौक रखते थे. 14 साल की उम्र में उन्होंने माता-पिता को पत्र लिखकर अपने इंजीनियर बनने की इच्छा जता दी थी. तब इस बात को उनके माता-पिता ने कुछ खास गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन आखिरकार डीजल न केवल एक सफल इंजीनियर बनें, बल्कि इंजीनियरिंग की दुनिया में अपना नाम हमेशा के लिए स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कर दिया.
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कई साल की मेहनत के बाद रुडॉल्फ डीजल ने साल 1897 में अपना पहला इंजन चलाया.
हालांकि डीजल इंजन बनाना जितना
मुश्किल था उससे भी मुश्किल था उसका पेटेंट
कराना. डीजल की 8 साल की मेहनत के बाद
साल 1886 में उन्हें पहला डिजाइन पेटेंट
मिला.
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डीजल कहते थे कि ऑटोमोबाइल इंजन
के आविष्कार के बाद मैंने पाया कि मेरे जीवन
का लक्ष्य पूरा हो गया है.
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रुडॉल्फ डीजल के नाम पर ही डीजल इंजन को नाम दिया गया. उनकी मौत साल 1913 में 29 सितंबर को हुई. उनके मौत का रहस्य आज भी सुलझाया नहीं जा सका है.