
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तस्कर इकबाल मिर्ची से संबंधों को लेकर सोमवार को दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड (डीएचएफएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक कपिल वधावन को तलब किया. इस दौरान उनसे पूछताछ की गई. बताया जा रहा है कि कपिल ने सौदों से संबंधित कुछ दस्तावेज जमा किए और एक-आध घंटे के बाद ईडी ऑफिस से बाहर निकले. सूत्रों ने बताया कि उन्हें फिर से तलब किया गया है.
फिलहाल, डीएचएफएल से जुड़ी कंपनियों और लोग जांच के घेरे में हैं. धीरज वधावन जो कपिल के भाई हैं और डीएचएफएल के गैर-कार्यकारी निदेशक का नाम भी मुंबई के वर्ली में इकबाल मिर्ची की संपत्तियों के सौदों के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए कुछ अभियुक्तों द्वारा लिया गया है.
जब धीरज की फर्म और इकबाल मिर्ची के बीच सौदों के बारे में पूछा गया, तो इंडिया टुडे से बात करते हुए कपिल वधावन ने कहा कि "हम पूरी तरह से साफ हैं." वहीं सूत्रों का कहना है कि इस सिलसिले में कपिल को फिर से ईडी ऑफिस बुलाया गया है.
बता दें कि गिरफ्तार आरोपी हुमायूं मर्चेंट और रणजीत सिंह बिंद्रा से पूछताछ के दौरान धीरज वधावन का नाम सामने आया था. प्रवर्तन निदेशालय ने कथित तौर पर धीरज रियल्टी के प्रमोटर धीरज वधावन की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में डॉक्टरों से राय मांगी है. फेफड़े से संबंधित बीमारी से पीड़ित वधावन अस्पताल में भर्ती हैं और अभी उनका इलाज चल रहा है.
बिंद्रा को मुंबई के वर्ली में सनब्लिंक रियल एस्टेट और इकबाल मिर्ची के बीच तीन संपत्तियों के लिए सौदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बिंद्रा ने हवाला चैनलों के माध्यम से मिर्ची से अपनी दलाली की फीस लगभग 30.40 करोड़ रुपये हासिल की थी. वहीं वर्ली में संपत्तियों पर नकली दस्तावेज बनाने के लिए मर्चेंट को गिरफ्तार किया गया था. इसमें उसके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार शामिल हैं.
कई ठिकानों पर छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड (डीएचएफएल) के 14 ठिकानों पर छापा मार चुका है. इसमें कंपनी के दफ्तर और इसके प्रमोटरों के आवास शामिल हैं. यह छापेमारी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी रहे इकबाल मिर्ची से जुड़ी कंपनी को कर्ज देने के मामले में की गई थी. ईडी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या मनी लान्ड्रिंग के तहत सनब्लिंक द्वारा नौ साल की अवधि में इकबाल मिर्ची के खातों में कथित रूप से 2,186 करोड़ रुपये विदेशों में भेजे गए.
ईडी ने 11 अक्तूबर को मिर्ची के दो सहयोगियों हारून यूसुफ और रंजीत बिंद्रा को गिरफ्तार किया था. वित्तीय जांच एजेंसी ने मुंबई की एक अदालत को बताया था कि डीएचएफएल ने इकबाल मिर्ची से जुड़ी कंपनी सनब्लिंक रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को तीन संपत्तियों पर 2,186 करोड़ रुपये कर्ज दिया था.