
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 'फ्रीडम-251' स्मार्टफोन को लेकर चर्चा में आई कंपनी रिंगिंग बेल्स के खातों की जांच शुरू कर दी है. कंपनी महज 251 रुपये में हैंडसेट बेच रही, जिसको लेकर सवाल किए जा रहे हैं. वहीं, कंपनी ने अब 30 हजार ग्राहकों को पैसे लौटाने की बात कही है.
सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय इस कंपनी और इसके प्रवर्तकों के बैंक खातों व वित्तीय ब्यौरों की जांच कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी या इसके प्रवर्तकों को अभी कोई सम्मन या नोटिस नहीं भेजा गया है. मालूम हो कि नोएडा स्थित रिंगिंग बेल्स आयकर विभाग के जांच दायरे में भी है. विभाग कंपनी के वित्तीय ढांचे की जांच कर रहा है और उसने इस संबंध में कंपनी पंजीयक से भी दस्तावेज लिए हैं.
दूरसंचार कंपनियों के संगठनों ने कंपनी की शिकायत करते हुए सरकार से इस मामले में गंभीरता से पड़ताल करने की मांग की है. दूरसंचार मंत्रालय ने फ्रीडम 251 मोबाइल फोन के विपणन के बारे में कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है.
ग्राहकों के लिए कैश ऑन डिलिवरी
दूसरी ओर, रिंगिंग बेल्स के एमडी मोहित गोयल ने दावा किया है कि उन्होंने प्री-बुकिंग करने वाले करीब 30 हजार कस्टमर्स के पैसे लौटा दिए हैं. उन्होंने एक न्यूज चैनल को यह जानकारी देते हुए बताया कि प्री-बुकिंग के दौरान कस्टमर्स से 291 रुपये (251 रुपए स्मार्टफोन + 40 रुपए शिपिंग चार्ज) लिए गए थे.
दरअसल, कंपनी स्मार्टफोन की कैश ऑन डिलिवरी का ऐलान कर चुकी है. रिंगिंग बेल्स का कहना है कि इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. लेकिन शुरुआती 25 लाख ग्राहकों को ही यह सुविधा दी जाएगी. कंपनी ने जब स्मार्टफोन की प्री-बुकिंग शुरू की थी, तब पहले दिन 30 हजार यूजर्स ने बुकिंग की थी. इसके बाद कंपनी की वेबसाइट क्रैश हो गई और बुकिंग बंद हो गई. ऐसे में कंपनी अब उन 30 हजार कस्टमर्स का पैसा लौटाकर उन्हें कैश ऑन डिलिवरी करेगी.