
ठंड अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई कि अंडे के दाम आसमान छूने लगे हैं. कुछ दिनों पहले तक जो अंडा 5 रुपये में मिलता था अब वो 7 रुपये में मिलने लगा है. पुणे में किसान 100 अंडों की क्रेट को 585 रुपये में बेच रहे हैं. इसका मतलब है रिटेल में अंडा 6.5-7.5 रुपये की कीमत में मिल रहा है.
बता दें कि पिछले छह महीनों में पुणे में 100 अंडों की क्रेट की कीमतों में बड़ा उछाल आया है, जो 375 रुपये से बढ़कर 585 रुपये तक पहुंच गई है.
तमिलनाडु के इरोड में स्थित एक अंडा उत्पाद निर्माता ने बताया कि सर्दी की मांग के कारण अंडे की कीमतों में आम तौर पर वृद्धि होती है, जबकि ब्रॉयलर दरों में कमी आती है क्योंकि आपूर्ति में वृद्धि होती है. लेकिन अंडे की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी कभी नहीं देखने को मिली.
अंडों की कीमतों में बढ़ोतरी
राष्ट्रीय अंडे समन्वय समिति (एनईसीसी) के कार्यकारी सदस्य राजू भोंसले ने अंडे कीमतों में बढ़ोतरी को मांग में अनुमानित 15 फीसदी की बढ़ोतरी को श्रेय दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि जब सब्जियां बहुत महंगी हो जाती हैं, तो लोग अंडे पर जाते हैं, इसके साथ ही साथ अंडों की कीमत भी बढ़ जाती है. बता दें कि रिटेल में प्याज और टमाटर 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं, जबकि फूलगोभी और बैंगन के दाम 60-100 रुपये तक की ऊंची कीमतों पर है.
वहीं एनईसीसी के मैसूर ज़ोन के अध्यक्ष के पी सतीश बाबू ने अंडों की कीमतों में तेजी को नोटबंदी से जोडा. उन्होंने कहा कि 500 और 1,000 रुपये को अचानक बंद करने से अंडों की मांग में कमी हुई.
15 प्रतिशत की वृद्धि
तमिलनाडु एग पोल्ट्री फॉर्मर फेडरेशन के उपाध्यक्ष वंजीली सुब्रमण्यम के मुताबिक अंडे के थोक मूल्य में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा बढ़ोतरी का कारण व्यापक बारिश के बाद ठंड होना और दो से अधिक वर्षों के अंतराल के बाद कृषि गतिविधियों की शुरुआत होना है.