
दाऊद कॉल कनेक्शन से लेकर एमआईडीसी लैंड विवाद में घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. व्हिसल ब्लोअर हेमंत गवंडे ने शिवाजी नगर थाने की डायरी सामने लाकर खुलासा किया था कि खडसे ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए उन पर केस दर्ज कराया था. इस बीच आरएसएस से भी खडसे को झटका लगा है. संघ विचारक राकेश सिन्हा ने उनसे इस्तीफे की मांग की है.
गवंडे के दावे की जांच के लिए 'आज तक' सीधे शिवाजी नगर थाने के इंस्पेक्टर हिरामन शिरसाट से बात की तो हिरामन ने गवंडे के दावे पर मुहर लगा दिया.
'आज तक' ने इंस्पेक्टर के सामने सीधे सवाल दागे और पता लगाया कि क्या गवंडे का आरोप सही है.
वेरीफाई करना था ये स्टेशन डायरी आपने लिखी है क्या? आटीआई द्वारा निकाली गई स्टेशन डायरी हमे जिसने दी है, खबर गलत नहीं होना चाहिए इसके लिए वेरीफाई करना है.
पुलिस अधिकारी हिरामन शिरसाट- सही है न ये.
लिखा है के मंत्री एकनाथ खडसे से कहने पर मामला दर्ज किया है, क्या ये सही है?
हिरामन शिरसाट- लिखा है वो सही है. मैं क्या बोल रहा हूं, लिखा है वो सही है. उधर मेरे सिग्नेचर है. हस्ताक्षर है उधर.
इस तरह से ये बात तो साफ हो गई कि वो डायरी इंस्पेक्टर हीरामन ने ही लिखी थी.
तो केस पहले आपके पास ही आया था? आपको भी पहले खडसे साहब ने फोन किया कि केस रजिस्टर करो?
हिरामन शिरसाट- मेरा रजिस्टर करने का सवाल ही नहीं होता. मैंने उनको सामने ही बोला कि रजिस्टर होता नहीं. तो उनको गुस्सा आया, बोला मेरा अधिकार है कैसे नहीं करता, फिर कृषि को बोला दाखिल करो. मैंने लिख दिया ना इसमें केस नहीं होता.
इंस्पेक्टर हीरामन के मुताबिक उन्होंने साफ कहा था कि गवंडे पर मामला नहीं बनता. लेकिन खडसे ने उनकी नहीं सुनी. उन्होंने कृषि विभाग के अफसरों को केस दर्ज करने का आदेश दे दिया.
वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ बोला नहीं?
हिरामन शिरसाट- क्यों बोलेंगा, पुलिस ने बोला ऑफेंस होता नहीं, हम नहीं करेंगे ऑफेंस. उसने फिर उनको कहा तुम रजिस्टर करो ऑफेंस. फिर अगर वो आए तो हम क्यों छोड़ेंगे.
उनको किन को बोला?
हिरामन शिरसाट- कृषि अधिकारियों को बोला कि तुम करो ऑफेंस रजिस्टर.
कमाल है यार.
हिरामन शिरसाट- ये बहुत बड़ा लफड़ा है, क्या करने का.
पार्टी लेगी फैसला
इस खुलासे से साफ है खडसे ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया और अपने स्वार्थ के लिए पद का इस्तेमाल किया. माना जा रहा है कि विधान परिषद चुनाव के बाद पार्टी एकनाथ खडसे को लेकर कोई फैसला करेगी. एमएलसी चुनाव में भी दागी उम्मीदवारों को टिकट देने को लेकर पार्टी को काफी अंदरूनी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
राकेश सिन्हा ने मांगा इस्तीफा
विवादों में घिरे खडसे से संघ विचारक राकेश सिन्हा ने इस्तीफा देने को कहा है. सिन्हा ने कहा कि एकनाथ खडसे को इस्तीफा दे देना चाहिए. राजनीती में पारदर्शिता और ईमानदारी पर दोहरा मापदंड नहीं हो सकता है. वहीं संघ के ही मनमोहन वैद्य ने कहा कि इस मामले में संघ की तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं है.