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EPFO के आधार लिंक पोर्टल से डाटा हुआ चोरी, जांच शुरू

आधार का डाटा लीक होने की खबरों पर सरकारी अभी सफाई ही दे रही थी कि एकबार फिर इसकी सुरक्षा पर सवालिया निशान उठ गया है. सेंट्रल प्रोविडेंट फंड कमीशनर वी.पी. जॉय ने  ईपीएफओ के आधार पोर्टल से कर्मचारियों की जानकारी लीक होने की बात कही है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2018,
  • अपडेटेड 5:36 PM IST

आधार का डाटा लीक होने की खबरों पर सरकार अभी सफाई ही दे रही थी कि एकबार फिर डाटा लीक की खबर आ गई है. हालांकि इस बार डाटा लीक ईपीएफओ के आधार लिंक पोर्टल से हुआ है. सेंट्रल प्रोविडेंट फंड कमीशनर वी.पी. जॉय ने ईपीएफओ के आधार पोर्टल से कर्मचारियों की जानकारी लीक होने की बात कही है. इसको देखते हुए ईपीएफओ ने फिलहाल पोर्टल को बंद कर दिया है. हालांकि इसके साथ ही उसने कहा है कि अभी डाटा लीक होने की पुष्टि नहीं हुई है. इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है. 

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सेंट्रल प्रोविडेंट फंड कमीशनर वी.पी. जॉय ने कॉमन सर्विस सेंटर के सीईओ दिनेश त्यागी को एक लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि ‘aadhaar.epfoservices.com’ वेबसाइट के जरिये हैकरों ने डाटा चुरा लिया है.

लेटर में लिखा गया है कि वेबसाइट की खामियों का पता कर हैकरों ने डाटा चुरा लिया है. इस पत्र में जॉय ने जांच एजेंसी IB की उस चेतावनी का जिक्र भी किया है, जो डाटा लीक होने के संबंध में थी.

लेटर में लिखा गया है कि आईबी ने पहले ही आदेश दे दिए थे कि डाटा की सुरक्षा की खातिर ऑडिट और कमियों का समय-समय पर पता लगाने की कोश‍िश की जानी चाहिए. इसके अलावा पूरे सिस्टम की समय-समय पर टेस्ट‍िंग करवाई जानी चाहिए.

द वायर ने इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से लिखा है कि जो डाटा चोरी हुआ है, उसमें आधार नंबर, डेमोग्राफ‍िक इंफोर्मेशन और इम्प्लॉयमेंट डिटेल्स शामिल है.

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दरअसल जिस पोर्टल से डाटा लीक होने की बात कही जा रही है, उस पोर्टल के जरिये ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स को ई-केवाईसी प्रोसेस के जरिये आधार लिंक करने की सुविधा देता है. फरवरी, 2018 तक 3.45 करोड़ लोगों ने इसका इस्तेमाल आधार लिंक करने के लिए किया है. ईपीएफओ के  कुल 4.71 करोड़ सब्सक्राइबर्स ने फरवरी तक अपना खाता आधार से लिंक किया है.

लेटर में बताया गया है कि यह पोर्टल भले ही ईपीएफओ के दिल्ली स्थ‍ित केंद्र से ही होस्ट होता है और यह यहीं रखा भी गया है, लेक‍िन सर्वर की एप्ल‍िकेशन सीएससी टीम द्वारा मैनेज किया जाता है. रिपोर्ट की मानें तो इस मामले में जांच शुरू हो चुकी है.

ईपीएफओ ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा है कि फिलहाल किसी भी तरह का डाटा लीक होने की खबर नहीं है. डाटा सुरक्षा को देखते हुए ईपीएफओ ने सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए फिलहाल सर्वर को बंद कर दिया है.

यूआईडीएआई ने इस लीक को लेकर कहा है कि जिस पोर्टल से डाटा  लीक होने की बात कही जा रही है, उसका यूआईडीएआई से कोई नाता नहीं है. यूआईडीएआई के सर्वर पर डाटा पूरी तरह सुरक्ष‍ित है.

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