
काशी हिन्दू विश्व विद्यालय (बीएचयू) के संविदा कर्मचारियों के हक में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने बड़ा फैसला दिया है. अब यहां कार्यरत सभी संविदा कर्मचारियों के पीएफ कटेंगे. गुरुवार को वाराणसी क्षेत्रीय EPFO कार्यालय की ओर से इस फैसले को अंतिम रूप दिया गया. साथ ही संगठन की ओर से भविष्य निधि कोड संख्या (यूपी/वीएनएस/1557209) भी आवंटित कर दिया गया है.
बैठक के बाद फैसले पर मुहर
दरअसल बीएचयू के संविदा कर्मचारियों को हक दिलाने के लिए वाराणसी क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त उपेन्द्र प्रताप सिंह और काशी हिन्दू विश्व विद्यालय के वाइस चांसलर गिरीश चंद्र के बीच एक अहम बैठक हुई थी.
पूरे मामले को लेकर EFPF गंभीर
बता दें, पिछले साल 23 अगस्त को बीएचयू में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने एक शिकायती पत्र लिखकर क्षेत्रीय EPFO कार्यालय को पूरे मामले से अवगत कराया था. अपनी मांग को लेकर संविदा कर्मचारियों ने बीएचयू परिसर में धरना-प्रदर्शन भी किया था.
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मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित
EPFO के वाराणसी कार्यालय के आयुक्त उपेंद्र प्रताप सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली स्थित मुख्य कार्यालय से अनुमति के बाद मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेठी गठित कर दी. प्रवर्तन अधिकारी आरएन सिंह, मनोरंजन कुमार सिंह और मनोज रजक को जांच की जिम्मेदारी मिली.
जांच टीम की रिपोर्ट के बाद PF कोड जारी
जांच टीम ने पिछले महीने की 17 तारीख को बीएचयू के कुल सचिव (प्रशासन) से संपर्क किया. सचिव ने कुल 546 संविदा कर्मचारियों की लिस्ट जांच टीम को सौंपी. जांच टीम ने दस्तावेजों पर गौर करने के बाद काशी हिंदू विश्व विद्यालय पर भविष्य निधि प्रावधान लागू कर दिया. उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि PF संविदा कर्मचारियों का हक है और उन्हें अब मिलेगा.