
जर्मनी की संसद ने बुधवार को ग्रीस के साथ हुए तीसरे बेलआउट समझौते को मंजूरी दे दी. चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी के कई सांसदों ने हालांकि इस समझौते का भारी विरोध किया. जर्मनी के वित्त मंत्री फोक्सगैंग स्कॉउबल ने कहा कि ताजा बेलआउट ग्रीस के लिए एक अवसर है. ग्रीस को इसका बेहतर उपयोग कर एक नई शुरुआत करनी चाहिए.
454 सांसदों ने पक्ष में किया वोट
समझौते के पक्ष में 454 सांसदों ने वोट किया. वहीं 113 ने इसका विरोध किया, जबकि 18 सांसदों ने वोटिंग प्रक्रिया में भाग नहीं लिया. इससे ग्रीस को 86 अरब यूरो (95.12 अरब डॉलर) कर्ज मिलने का रास्ता साफ हो गया है. ग्रीस को भुगतान संकट से बचने के लिए इस राशि की खासी जरूरत है.
ग्रीस को उठाने होंगे सख्त कदम
जर्मनी ने इससे पहले 2010 के बाद ग्रीस को कुल 240 अरब यूरो के दो बेलआउट में सर्वाधिक योगदान किया है. अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं के साथ बेलआउट के लिए हुए समझौते के तहत ग्रीस को किफायत और सुधार के लिए सख्त कदम उठाने होंगे. इसके तहत सरकारी खर्च में कटौती करनी होगी, कर बढ़ाना होगा, पेंशन में कटौती करनी होगी और कुछ सरकारी संपत्तियों को निजी क्षेत्र में बेचना होगा.
ग्रीस की क्षमता पर संदेह
पिछले पांच साल में सुधार करने में ग्रीस की असफलता को देखते हुए कई सांसदों ने इसमें संदेह जताया कि इस बार भी ग्रीस शर्तों को पूरा कर पाएगा. करीब एक महीने पहले 60 सांसदों ने ग्रीस के साथ बात करने का भी विरोध किया था.