
देशभर में तीनों सेना के रिटायर्ड अधिकारियों और जवानों को इस महीने पहली बार वन रैंक वन पेंशन योजना के तहत बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी. 29 फरवरी को मिलने वाली पेंशन में रकम बढ़ी हुई होगी.
मिलेगी 11 हजार रुपये तक बढ़ी हुई पेंशन
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर जल्द ही वन रैंक वन पेंशन योजना के मसले पर तीनों सेना प्रमुखों और भूतपूर्व सैनिकों के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे. मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक हर जवान और अधिकारी को डेढ़ हजार रुपये से लेकर 11 हजार रुपये तक की बढ़ी हुई पेंशन मिलेगी.
इसी महीने जारी हुआ था ड्राफ्ट
केंद्र सरकार ने तीन फरवरी को सैनिकों की लंबे समय से चली आ रही वन रैंक वन पेंशन योजना का खाका जारी किया था. इसके तहत एरियर और पेंशन में संशोधन का भुगतान चार किस्तों में किए जाने का प्रावधान था. देशभर में 18 लाख पूर्व सैनिकों और शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं को इसका लाभ मिलेगा.
लंबे समय से चली आ रही थी मांग
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर और देश के कई अन्य शहरों में पूर्व सैनिकों की नाराजगी और आंदोलनों के बाद केंद्र सरकार ने बीते साल नवंबर में इस मामले में ऐतिहासिक फैसला लेते हुए इस योजना को लागू करने की घोषणा की थी.
2014 से मिलेगी पेंशन, 11 हजार करोड़ बढ़ा खर्च
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान दर पर वन रैंक वन पेंशन के अमल पर सालाना लगभग 7500 करोड़ रुपये खर्च होगा. इस मामले में 01 जुलाई 2014 से 31 दिसंबर 2015 तक एरियर का खर्च 10,900 करोड़ रुपये रहेगा.