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Film Review: बदले की इमोशनल कहानी में 'काबिल' साबित हुए रितिक

हिट का इंतजार कर रहे रितिक रोशन की काबिलियत बहुत हद तक 'काबिल' की सफलता से जुड़ी है. इस रिव्यू से जानें कि क्या यह 'रईस' को टक्कर दे पाएगी...

काबिल काबिल
मेधा चावला
  • मुंबई,
  • 25 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST

फिल्म : काबिल
डायरेक्टर: संजय गुप्ता
स्टार कास्ट: रितिक रोशन, यामी गौतम, रोनित रॉय, रोहित रॉय
अवधि: 2 घंटा 19 मिनट
सर्टिफिकेट: U/A

संजय गुप्ता के डायरेक्शन में पहली बार रितिक रोशन की फिल्म रिलीज हुई है. इसके प्रोड्यूसर राकेश रोशन हैं. राकेश रोशन ने अपने बेटे रितिक के लिए कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, कृष, काइट्स जैसी फिल्में बनाई हैं. इनकी सफलता का प्रतिशत मिला-जुला है.

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वैसे रितिक की पिछली फिल्म 'मोहन जोदारो' चली नहीं थी. सवाल ये है कि 'काबिल' के साथ क्या इस बार बाप बेटे की जोड़ी फिर से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा पाएगी?

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जानें फिल्म की कहानी
ये कहानी है डबिंग आर्टिस्ट रोहन भटनागर (रितिक रोशन) की , जिसकी जिंदगी दिन में डबिंग स्टूडियो और रात को घर पर गुजरती है. रोहन की एक ही तमन्ना है कि उसको एक ऐसा हमसफ़र मिले जिसके साथ वो अपनी सारी जिंदगी गुजार सके. तभी रोहन की जिंदगी में सुप्रिया (यामी गौतम) की एंट्री होती है और रोहन के व्यक्तित्व को देखकर सुप्रिया काफी इंप्रेस होती है और दोनों शादी कर लेते हैं.

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दोनों दिव्यांग होते हुए भी एक दूसरे के प्यार में खोये रहते हैं तभी अचानक एक दिन ऐसा आता है जब कॉर्पोरेटर माधवराव शेल्लार (रोनित रॉय) और अमित शेल्लार (रोहित रॉय ) की वजह से रोहन की जिंदगी से सुप्रिया हमेशा के लिए चली जाती है. इसका बदला लेने के लिए रोहन प्लान बनाता है और अंततः सच की जीत होती है.

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जानिए आखिर फिल्म को क्यों देख सकते हैं -
- रितिक रोशन की बेहतरीन अदाकारी एक बार फिर से देखने को मिली है जो आपको इमोशनल करने के साथ सोचने पर भी विवश करती है.

- यामी गौतम और रितिक ने दिव्यांग किरदार बखूबी निभाया है. रोनित रॉय और उनकी डायलॉग डिलीवरी भी कमाल की है. नरेंद्र झा और सुरेश मेनन का काम भी सहज है.

- हालांकि फिल्म की कहानी के बारे में तो ट्रेलर से पता चल ही गया था, बावजूद इसके फिल्म देखते वक्त बोरियत नहीं होती. यही फिल्म का यूएसपी है.

- फिल्म के गानों की खासियत हे कि वो कहानी को आगे लेकर जाते हैं.

- फिल्म की सिनोमैटोग्राफी और बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है जो कि संजय गुप्ता की फिल्मों की खासियत भी है.

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- फिल्म में दिव्यांग के हिसाब से रिसर्च वर्क ठीक है, जैसे पैसों की समझ, सुनने की परख, खाना पकाना इत्यादि. साथ ही दिव्यांग इंसान की बदला लेने की प्लानिंग दिलचस्पी बनाए रखती है.

बॉक्स ऑफिस
फिल्म लगभग 2350 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है. वैसे मार्केटिंग और प्रोमोशन का खर्च मिलाकर फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ बताया जा रहा है जिसमें रितिक रोशन की फीस शामिल नहीं है. खबरों के मुताबिक, फिल्म के म्यूजिक (8 करोड़), डिजिटल और सैटेलाईट राइट्स (50 करोड़ ) पहले से ही बिक चुके हैं.

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वहीं ओवरसीज (16 करोड़) और डिस्ट्रिब्यूशन (42 करोड़) बताया जा रहा. फिल्म की रिकवरी कॉस्ट 80 करोड़ है. अगर फिल्म 85 करोड़ कमाती है तो हिट और 120 करोड़ कमाते ही सुपर हिट कहलाएगी. वैसे 5 दिन का वीकेंड है और बेहतरीन ओपनिंग के चांसेस हैं.

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