
कांग्रेस और सपा के बीच मुख्य रूप से फंसे पेंच अमेठी-रायबरेली सीटों पर समझौता हो जाने के संकेत हैं. सूत्रों के अनुसार अमेठी रायबरेली में 10 में से 7 सीटें कांग्रेस को, 3 सीट पर सपा लड़ेगी चुनाव. हालांकि कौन-सी सीट किसको मिलेगा इस बात का खुलासा नहीं किया जाएगा, ताकि विवाद न हो.
दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व अपने उन उम्मीदवारों से बात कर रहे हैं, जिनको बैठाना है. हालांकि, महज एक दो सीट पर फ्रेंडली फाइट की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता अगर किसी सीट पर कैंडिडेट नहीं माने, या किसी सीट पर दोनों के लड़ने से दोनों में से ही किसी एक के जीतने की सम्भावना हो.
सपा ने अमेठी सीट से गायत्री प्रजापति को टिकट पहले ही दे रखा है, नई घोषणा में भी अमेठी विधानसभा सीट सपा के खाते में है. कांग्रेस के प्रचार कमेटी के अध्यक्ष संजय सिंह ने दावा किया था कि उनकी पार्टी अमेठी से जरूर लड़ेगी.
अखिलेश की साफ छवि की दलील देते हुए संजय सिंह ने अखिलेश से अनुरोध किया था कि वे गायत्री प्रजापति जैसे दागदार और भ्रष्ट व्यक्ति को टिकट ना दें. आपको बता दें कि अमेठी से कांग्रेस के टिकट पर अमिता सिंह दावेदार थीं. अमिता सिंह संजय सिंह की दूसरी पत्नी हैं. बीजेपी ने संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है.
यूपी विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के मुताबिक कुल 403 विधानसभा सीटों में से 298 पर अखिलेश के कैंडिडेट्स चुनाव लड़ेंगे, जबकि कांग्रेस को 105 सीटें मिली है.