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जीएसटी विधेयक पारित करने के लिए विपक्ष को मनाने का प्रयास करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक अप्रत्यक्ष कर कानून को पारित कराने के लिए सभी से बात करने को इच्छुक हैं.
जेटली को योजना के अनुसार एक अप्रैल से नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की शुरूआत के लिए शीतकालीन सत्र में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक को संसद की मंजूरी दिलाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं से बात की है.
उन्होंने कहा, 'हमें प्रधानमंत्री के स्तर पर भी किसी तरह की झिझक बिल्कुल नहीं है. ना तो पहले कभी हमें संकोच रहा और ना अब है. वह सभी से बात करना चाह रहे हैं.' जेटली से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस आरोप के बारे में पूछा गया था कि प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात नहीं करते जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर जेटली और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज से बातचीत करते थे.
उन्होंने टाइम्स नाउ चैनल से बातचीत में कहा, 'मैं कांग्रेस पार्टी से और अन्य राजनीतिक दलों से भी कांग्रेस पार्टी की तीन मांगों की वैधता पर सकारात्मक और खुले दिमाग से चर्चा के लिए तैयार हूं.' क्या उन्होंने जीएसटी विधेयक पर राहुल गांधी से बात की है, इस पर जेटली ने कहा, 'किसी से बातचीत को मैं सार्वजनिक क्यों करंगा. मैं इस स्तर पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से बात कर रहा हूं.'
इनपुट- भाषा