
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. लखनऊ के घंटाघर पर प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के खिलाफ ये एफआईआर दर्ज की गई है. धारा 147 के उल्लंघन को लेकर 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में 3 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं जिनमें 18 लोगों को नामजद बनाया गया है. नामजद लोगों में कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. ठाकुरगंज में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं. एफआईआर में मशहूर शायर मुनव्वर राणा के बेटियों सहित 18 लोग नामजद हैं.
यूपी पुलिस ने बीते दिनों यहां प्रदर्शनकारियों के कंबल जब्त कर लिए थे. इस मुद्दे पर हुए विवाद के बाद पुलिस ने कहा कि उन्होंने कंबल इसलिए जब्त किए ताकि भीड़ न इकट्ठी हो पाए. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया था कि पुलिस आई और उनके कंबल ले लिए. इतना ही नहीं, जो कुछ खाना बचा था, पुलिस उसे भी अपने साथ ले गई.
कई जगह हुई थी झड़प
पिछले महीने विरोध प्रदर्शन के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा देखने को मिली थी. लखनऊ में कई जगहों पर आगजनी, पुलिस पर पथराव और हिंसक झड़पें हुई थीं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला कर दिया था. इसके साथ ही मीडिया की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस ने बाद में कार्रवाई करते हुए कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए.
संपत्ति कुर्की के आदेश
लखनऊ में सीएए के विरोध में हुई हिंसा के 46 आरोपियों की संपत्ति कुर्क किए जाने का नोटिस भी भेजा गया है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर राजधानी में 46 उपद्रवियों की पहचान की, जिसके बाद उन्हें नोटिस भेजा गया. इसमें रिहाई मंच के मुहम्मद शोएब, कांग्रेस नेता सदफ जफर, पूर्व आईजी एस.आर.दारापुरी समेत कई अन्य लोग शामिल हैं. राजधानी के चार थाना क्षेत्रों- हजरतगंज, कैसरबाग, ठाकुरगंज और हसनगंज में उपद्रवियों ने 19 दिसंबर को तोड़फोड़ कर करीब 35 वाहनों को आगे के हवाले कर दिया था.(एजेंसी से इनपुट)