
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी के संचालन से जुड़ी सर्वोच्च समिति आईआईटी काउंसिल की बैठक में 'भारत माता की जय' के नारे लगे. इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. न सिर्फ काउंसिल के मैंबरों ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए, बल्कि 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम के तहत शहीदों की याद में बैठक में श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई.
दरअसल प्रधानमंत्री की पहल पर 9 अगस्त से देश भर में चल रही 'तिरंगा यात्रा' और 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम का समापन 23 अगस्त बुधवार को तय था. लिहाजा आईआईटी काउंसिल की 50वीं सालाना बैठक भी इससे अछूती नहीं रह सकी. केंद्रीय एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और उनके सहयोगी एचआरडी राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने खुद भी सभी निदेशकों और आईआईटी काउंसिल के नवनियुक्त सदस्यों आरसी भार्गव, दिलीप सांघवी, कुमार मंगलम बिड़ला, पंकज रमनभाई पटेल के साथ भरी मीटिंग में 'भारत माता की जय' का नारा दोहराया.
बैठक में 40 से ज्यादा सदस्य मौजूद
23 अगस्त मंगलवार को दिल्ली आईआईटी के सीनेट हॉल में आयोजित आईआईटी काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की. बैठक में आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-कानपुर, आईआटी-पटना, आईआईटी-मुंबई, आईआईटी-खड़गपुर, आईआईटी-मद्रास, आईआईटी-गुवाहाटी, आईआईटी-रुड़की, आईआईटी-जोधपुर, आईआईटी-गांधीनगर, आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी समेत आईआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स से जुड़े 40 से ज्यादा सदस्य भी मौजूद थे.
शहीदों को श्रद्धांजलि देकर बैठक की शुरुआत
बैठक की शुरुआत सुबह 11 बजे राष्ट्रगान के साथ हुई और जैसे ही राष्ट्रगान समाप्त हुआ, बैठक में मौजूद एक आईआईटी निदेशक ने हाथ उठाकर 'भारत माता की जय' का नारा लगा दिया, फिर तो पूरा सीनेट हॉल 'भारत माता की जय' के नारों से गूंज उठा. इसके पहले कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ बैठक में मौजूद एचआरडी राज्य मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने आईआईटी काउंसिल को 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम के बारे में बताया और कहा कि चूंकि संयोग से 23 अगस्त को पूरे देश में 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया है, लिहाजा आईआईटी काउंसिल की बैठक भी 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम के अंतर्गत शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए शुरु की जा रही है.
पहली बार लगे 'भारत माता की जय' के नारे
आईआईटी काउंसिल की बैठक के समापन के बाद कई आईआईटी निदेशकों ने साफ किया कि उन्हें भरी मीटिंग में 'भारत माता की जय' का नारा लगाने में कोई गुरेज नहीं है, क्योंकि हमारी सभ्यता ने हमें सिखाया है कि यह भारत भूमि हमारी मां है और इस धरती से हमारा नाता मां और बेटा का नाता है. सवाल पूछे जाने पर एक वरिष्ठ निदेशक ने साफ किया कि काउंसिल की बैठकों में राष्ट्रगान हमेशा होता रहा है, लेकिन इसके पहले किसी आईआईटी काउंसिल की बैठक में 'भारत माता की जय' के नारे लगे हों, उन्हें याद नहीं आता.
'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम बैठक का एजेंडा नहीं
बैठक में मौजूद एक निदेशक के मुताबिक, राष्ट्रगान के अंत में 'भारत माता की जय' का नारा सहज ही मुंह से निकल पड़ता है. 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम के मौके पर आईआईटी काउंसिल की बैठक में ये एक अच्छी शुरुआत हुई है और इसका पालन आगे भी अनिवार्य रूप से हो तो और भी अच्छा है. हालांकि निदेशक ने ये भी साफ किया कि 'जरा याद करो कुर्बानी' कार्यक्रम आईआईटी काउंसिल की बैठक के एजेंडे का हिस्सा नहीं था.