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सीरियल किलिंग की इन 5 घटनाओं को पढ़कर कांप जाएगी रूह

सीरियल किलिंग का मुख्य मकसद मनोवैज्ञानिक संतुष्टि होती है. क्रोध, रोमांच, वित्तीय लाभ और ध्यान आकर्षित करने के लिए अधिकतर सीरियल मर्डर किए जाते हैं. मशहूर शोधकर्ता स्टीव इग्गेर ने छह विशेषताएं बताई हैं- 1- कम से कम दो हत्या, 2- हत्यारे-शिकार में कोई संबंध नहीं, 3- हत्याओं के बीच सीधा संबंध, 4- अलग-अलग स्थानों पर हत्याएं, 5- पीड़ितों में कॉमन विशेषताएं, 6- लाभ की बजाए संतुष्टि के लिए हत्या.

मुकेश कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST

मानवीय इतिहास में सीरियल किलिंग की घटनाएं काफी पुरानी हैं. 'सीरियल किलर' ठग बहराम से लेकर निठारी के 'नर पिशाच' सुरेंद्र कोली और अब रविन्द्र कुमार तक अनेकों नाम हमारे सामने हैं. 1966 में ब्रिटिश लेखक जॉन ब्रोडी ने सबसे पहले 'सीरियल किलर' शब्द का प्रयोग किया था. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जस्टिस ने अलग-अलग घटनाओं में दो या दो से अधिक मर्डर के सीरीज को सीरियल किलिंग के रूप में परिभाषित किया है. इस तरह एक मानसिक विकृति से पीड़ित शख्स अपनी संतुष्टि के लिए यदि मर्डर को अंजाम देता है, तो वह सीरियल किलर होता है.

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सीरियल किलिंग का मुख्य मकसद मनोवैज्ञानिक संतुष्टि होती है. क्रोध, रोमांच, वित्तीय लाभ और ध्यान आकर्षित करने के लिए अधिकतर सीरियल मर्डर किए जाते हैं. मशहूर शोधकर्ता स्टीव इग्गेर ने छह विशेषताएं बताई हैं- 1- कम से कम दो हत्या, 2- हत्यारे-शिकार में कोई संबंध नहीं, 3- हत्याओं के बीच सीधा संबंध, 4- अलग-अलग स्थानों पर हत्याएं, 5- पीड़ितों में कॉमन विशेषताएं, 6- लाभ की बजाए संतुष्टि के लिए हत्या.

साल 2015 में हुई सीरियल किलिंग की कुछ बड़ी घटनाएं

निठारी से भी बड़ा था रविन्द्र का कांड
बात जुलाई, 2015 की है. दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसा सीरियल किलर आया था, जिसने करीब 35 वारदातों को अंजाम दिया था. 2007 में नोएडा के निठारी कांड से सुरेन्द्र कोली का खूंखार चेहरा लोगों के सामने आया था. इसे इत्तेफाक ही कहिए कि जब कोली अपने गुनाहों के लिए जेल में बंद था, तब एक दूसरे शैतान के निशाने पर ये मासूम थे. ये शैतान रविन्द्र ही था, जिसने साल 2008 में रेप और कत्ल की पहली वारदात को अंजाम दिया. छह साल तक वो वारदातों को अंजाम देता रहा और सात साल बाद उसके वहशी चेहरे से पर्दा उठ ही गया.

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वो सुरेंद्र था, ये रवींद्र है. वो निठारी का शैतान. ये दिल्ली का वहशी. सुरेंद्र कोली की हैवानियत की दास्तान सुनने और सुनाने के लिए भी कलेजा चाहिए था. रविंद्र की कहानी सुनने के लिए दिल पर पत्थर रखना पड़ेगा. जी हां, इस वहशी दरिंदे 2008 में पहला क़त्ल किया था. हर दो से तीन महीने में एक बच्चा उठाता था यानी साल में कम से चार बच्चे को उठाता. इस तरह 7 साल में इसने 28 बच्चों को कत्ल कर दिया था.
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पत्नी के लिए मासूम बच्चियों से रेप
सीरियल किलिंग की इस खौफनाक घटना का खुलासा भी जुलाई, 2015 में ही हुआ था. मथुरा का रहने वाले एक शख्स ने अपनी पत्नी की दिमागी हालत ठीक करने के लिए ना सिर्फ चार नाबालिग लड़कियों का रेप किया बल्कि उनकी हत्या भी कर दी. पुलिस की पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि उसके निशाने पर कुल सात बच्चियां थीं और ये सब उसने एक तांत्रिक के कहने पर किया था.

इसका खुलासा तब हुआ जब 12 साल की बच्ची की रेप और हत्या के आरोप में भीड़ ने लालुआ वाल्मिकी नाम के शख्स की पीट पीटकर हत्या कर दी. साथ ही उसके दोस्त सोनू को भी अधमरा कर दिया. आगरा के एसएन हॉस्पिटल में इलाजरत सोनू ने पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि दोस्त लालुआ के साथ मिलकर उसने चार नाबालिग लड़कियों की हत्या की साजिश रची.
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सपने में बाबा ने कहा- बड़ा बनना है, तो मर्डर करो
बात अक्टूबर, 2015 की है. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे नाबालिग लड़के को पकड़ा, जिसने महज तीन दिन में दो हत्याएं की थीं. पुलिस को शक था कि दो कत्ल में कहीं न कहीं इसी का हाथ है. उसे पकड़कर उसका मुंह खुलवाया तो जो हकीकत सामने आई. उसने सभी को चौंका दिया. उस बच्चे के मन में अमीर बनने की सनक पैदा करके उसको गुनाह का रास्ता दिखाने वाला एक बाबा निकला, जो उसके सपनों में आता था.

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यह सनसनीखेज घटना पश्चिमी दिल्ली के निहाल विहार की थी. तीन दिन के भीतर दो लोगों के मर्डर में पुलिस ने एक नाबालिग समेत दो लोगों को पकड़ा. उनसे जब पूछताछ की गई तो ऐसा सच सामने आया, जिससे दिल्ली पुलिस भी दंग रह गई. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि बड़ा आदमी बनने की चाह में उसने इन कत्लों को अंजाम दिया. उसके सपने में एक बाबा ने आकर उसे कहा कि यदि उसे बड़ा आदमी बनना है, तो वह कत्ल करे.
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लूट-पाट के दौरान कर दी आठ लोगों की हत्या
जून, 2015 में लुधियाना में एक मोस्ट वांटेड सीरियल किलर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान उसने आठ लोगों की हत्या की बात कबूली थी. पुलिस ने उसे शिमलापुरी से गिरफ्तार किया था. बलविंदर सिंह नाम के इस सीरियल किलर ने लुधियाना में तीन, अमृतसर में एक, आगरा में दो और मथुरा में दो मर्डर किया था. सभी हत्याएं लूटपाट की नियत से की गई थीं. इसकी गिरफ्तारी के बाद इलाके लोगों ने राहत की सांस ली थी.
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'बिकनी किलर' चार्ल्स शोभराज की 10 दिलचस्प बातें
इसी साल बिकनी किलर के नाम से कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की जिंदगी पर फिल्म 'मैं और चार्ल्स' बनी है. इस फिल्म में अभिनेता रणदीप हुड्डा चार्ल्स की भूमिका निभाई है. रणदीप ने पिछले महीने नेपाल जाकर चार्ल्स शोभराज से मुलाकात की थी. वह काठमांडू जेल में बंद है. 72 साल के चार्ल्स को जब पता चला कि उसकी जिंदगी पर फिल्म बन रही है तो वह काफी खुश हुआ.
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