
बिहार के जमुई जिले में एक भीषण सड़क हादसे में पांच कांवड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि सात गंभीर रुप से घायल हुए. देवघर से पूजा कर बेतिया जा रहे कांवड़ियों को बालू से लदे ट्रक ने रौंद डाला. जिससे इन पांच कांवड़ियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और जबकि सात गंभीर रुप से जख्मी हुए.
घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया
गंभीर रूप में घायल हुए साथ कांवड़ियों को पास के ही जमुई के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनका इलाज किया जा रहा है. सभी मृतकों की पहचान हो गई है. इनके नाम हैं चंद्रिका मुखिया, हरेंद्र मुखिया, राम बाबू शर्मा, शैलेश तलवार और सुरेश बैठा. ये सभी बेतिया के जोगापट्टी मुहल्ले के रहने वाले थे.
पूजा कर घर लौट रहे थे कांवड़ियें
ये कांवड़िये एक जीप पर सवार होकर बेतिया के जोगापट्टी के रहने वाले देवघर से पूजा कर घर लौट रहे थे. रास्ते में चकाई पेट्रोल पंप के पास जीप का टायर पंचर हो गया. ड्राइवर जीप टायर बदल रहा था और सभी कांवड़ियें सड़क किनारे बैठकर मुंह धो रहे थे. तभी सामने से तेज रफ्तार में आ रहा एक बालू से लदा ट्रक कांवड़ियों को रौंदते हुए चला गया.
तेज रफ्तार से आ रहा था ट्रक
ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि वो भी पलट गया और उसके नीचे आए कई कांवड़ियें दब गए. इस दर्दनाक हादसे में पांच कांवड़ियों की मौत घटनास्थल पर ही गई इसके अलावा कई कांवड़ियें ट्रक के नीचे बालू में दब गए. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए. घायल कांवड़ियों को अस्पताल पहुंचाया गया और जिनकी हालत चिंताजनक थी इसे जमुई सदर अस्पताल में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया.
ट्रक के टायर पंचर होने की वजह से हुआ हादसा
जमुई के एसपी जयंतकांत ने कहा कि ट्रक का टायर पंचर हो जाने के कारण ट्रक नियंत्रण से बाहर हो गया. और ये हादसा हुआ. एसपी ने भी पांच मौत की पुष्टि की है.घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल बन गया. स्थानीय प्रशासन को छोड़ जिला का कोई भी आलाधिकारी घटनास्थल पर नही पहुंचा है. कांवरियों को सावन महीने में जिला प्रशासन के मिलने वाली सुविधा नहीं देखने को मिली . जिस कारण कांवड़ियों में काफी आक्रोश पाया गया.
बालू उठाने पर लगी है रोक
इस दर्दनाक हादसा का एक अहम पहलू ये भी है कि पूरे जमुई जिले में बालू के उठाव पर रोक लगी हुई है. इसके बावजूद जिला प्रशासन की मिली भगत से ट्रक और ट्रैक्टर से पूरे जमुई में बालू का उठाव घड़ल्ले से हो रहा है. सवेरे होने से पहले सड़क से निकले की वजह से ट्रक और दूसरे बालू से लदे वाहन तेज रफ्तार में चलाते हैं. जिससे आए दिन इस तरह की घटनाएं जमुई में होते रहती है.