
उत्तराखंड के देहरादून में पिछले एक महीने से आतंक का पर्याय बने तेंदुए को आखिरकार वन विभाग पकड़ने में कामयाब रहा. बता दें कि महीने भर पहले इसी तेंदुए को देहरादून के सहस्त्रधारा रोड की पॉश कालोनीयों में से एक केवल विहार में देखा गया था. जहां यह एक शानदार कोठी में बिन बुलाए मेहमान की तरह पहुंच गया था और पूरी कालोनी को दहशत में डाल दिया था.
हालांकि वन विभाग ने तब भी काफी कोशिश की थी कि किसी तरह तेंदुए पर काबू पाया जाए, मगर इससे पहले की उसे ट्रेंकुलाइज कर पाते वह तेंदुआ वन विभाग को चकमा दे कर भाग गया था.
बता दें कि इसी क्षेत्र में तेंदुए ने बार-बार अपनी झलक दिखा कर न केवल लोगों को भय में डाल दिया था बल्कि लोग अपने बच्चों को स्कूल तक भेजना बंद कर दिए थे. आखिरकार उस तेंदुए को दोबारा फिर देखा गया जहां उसने एक युवक को घायल किया और फिर भाग कर एक वैडिंग पॉइंट के अंदर घुस गया था. तमाम कोशिशों के बाद उस तेंदुए को एक महिला कर्मी की मदत से उसको ट्रेंकुलाइज कर मसूरी रोड स्तिथ मालसी डियर पार्क में छोड़ दिया गया.
तेंदुए को काबू करने के लिए दो बार गन से ट्रेंकुलाइज किया गया था, पहली बार मे वैडिंग पॉइंट से भागने के दौरान वन विभाग ने उसका पीछा किया और इसी बीच दो दीवारों के बीच में फसे हुए तेंदुए को आखरी शॉट मारा गया, जिसके बाद वो बेहोश हो गया. फिर वन विभाग ने जाल फेंक कर उसको पकड़ा. जब उसको जंगल की तरफ ले जाया जा रहा था तो उस क्षेत्र के लोग हजारों की संख्या में इकट्ठे हो गए. और तेंदुए के पकड़े जाने के बाद सभी लोगों ने आखिरकार राहत की सांस ली.
आर्मी कैंट में मिला तेन्दुआ
वहीं, आर्मी कैंट के अन्दर एक तेन्दुआ दिखने से पुरे कैंट में हड़कम्प मच गया. सूचना पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई. देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और ग्रामीणो द्वारा वन विभाग को जानकारी दी गयी. इसके बाद मौके पर वन विभाग के अधिकारी पहुंचे और लगभग 5 घण्टे बाद तेन्दुए पकड़ लिया. यहां से वन विभाग की टीम तेन्दुए को लेकर रेस्क्यु सेन्टर हल्द्वानी पहुंची.