
बसपा के एक और नेता और पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक ने सोमवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. ब्रजेश पाठक दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा भी मौजूद थे.
पाठक ने बीजेपी में शामिल होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार विकास के एजेंडे को आगे लेकर चल रही है. उनका कहना है कि मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर ही वो बीजेपी में आए हैं और 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जितवाने के लिए भरसक प्रयास करेंगे और विकास के मुद्दे पर वोट मांगेंगे. पाठक ने कहा कि इस वक्त उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाई भतीजावाद और गुंडागर्दी का बोल बाला है. हालत ठीक नहीं है. इसलिए मुझे लगा कि यही सही समय है, जब मुझे बसपा छोड़ बीजेपी में शामिल होना चाहिए.
ब्रजेश पाठक को पहले ही पार्टी से निकाला जा चुका था: बसपा
उधर बसपा ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने ब्रजेश पाठक को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से पहले ही निकाल दिया था. पाठक बसपा में एक ब्राह्मण चेहरे के तौर पर देखे जाते थे और उन्नाव इलाके
में उनका असर देखते हुए ही बीजेपी ने पार्टी में शामिल किया है.
ये है अमित शाह की रणनीति
बसपा से एक के बाद एक बड़े नेताओं के छोड़ने के बाद उन्हें बीजेपी में शामिल करवाना अमित शाह की एक रणनीति का हिस्सा है ताकि यूपी में एक संदेश जाए कि बसपा की खराब स्थिति की वजह से नेता उसे
छोड़ रहे हैं और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद ब्रजेश पाठक का बसपा छोड़ना और बीजेपी में शामिल होना बीजेपी यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए फायदे का सौदा मानकर चल रही है.