
गया के आदित्य सचदेवा हत्याकांड में बिहार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एफएसएल की रिपोर्ट के हवाले से बिहार पुलिस ने बताया कि आदित्य सचदेवा की हत्या में जिस पिस्टल का प्रयोग किया गया था, वो पिस्टल रॉकी का ही था.
रॉकी जेडीयू से निलंबित विधान पार्षद मनोरमा देवी का पुत्र है. फिलहाल वह जेल की सलाखों के पीछे कैद है. मनोरमा देवी के पुत्र रॉकी के पास से पुलिस ने एक पिस्टल और 19 जिंदा कारतूस बरामद किए थे.
इन सबकी एफएसएल जांच कराने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि आदित्य की हत्या में इसी हथियार का इस्तेमाल किया गया था. यानी आदित्य को लगी गोली रॉकी के पिस्टल से ही चलाई गई थी. रॉकी के पास से इटली मेड बरेटा पिस्टल बरामद हुई थी.
बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक सुनील कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि एफएसएल रिपोर्ट से साफ हो गया है कि गोली रॉकी के पिस्टल से ही चली थी. पिस्टल की बैलेस्टिक जांच और आदित्य के शरीर से मिली गोलियों से भी यह साफ हो चुका है कि जो गोली रॉकी के पास मिली, ठीक वही गोली आदित्य के शरीर से निकली थी.
एडीजी सुनील कुमार ने बताया कि एफएसएल जांच की रिपोर्ट गया पुलिस को उपलब्ध करा दी गई है. रॉकी के पास से बरामद बरेटा पिस्टल 2014 का बना हुआ है. अब पुलिस यह बात पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भारत में इस सीरीज की पिस्टल किस दुकान से खरीदी गई थी.
दरअसल अब एफएसएल रिपोर्ट के आ जाने के बाद आरोपी रॉकी की परेशानी कम होने के बजाए और बढ़ जाएगी. गौरतलब है कि बीती 7 मई को गया में उस वक्त आदित्य सचदेवा की हत्या कर दी गई थी, जब वह दोस्तों के साथ बोधगया से एक पार्टी में शामिल होकर घर लौट रहा था.