
दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की भारत बचाओ रैली में एक अलग ही नजारा दिखा. गांधी परिवार ने एक साथ एक मंच से एक ही लक्ष्य पर निशाना साधा. एक तरह से देखें तो ऐसा नजारा पिछले कुछ सालों में पहली बार सामने आया है जब गांधी परिवार ने एक मंच पर आकर अपनी ताकत दिखाई हो. गांधी परिवार के सभी सदस्यों ने रैली में एक-एक कर अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी और महिला अपराधों के खिलाफ सरकार को तो घेरा ही इसके साथ ही साथ देश के मौजूदा हालातों के लिए भी केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
आपको बता दें कि शनिवार को कांग्रेस पार्टी ने आर्थिक मंदी, किसान विरोधी नीतियों, महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बेरोजगारी और संविधान पर हमले को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ आज दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली की. कांग्रेस ने इस रैली का नाम भारत बचाओ रैली रखा था. इसमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और कार्यकर्ता शामिल हुए.
प्रियंका ने जमकर बोला हमला
प्रियंका गांधी ने भारत बचाओ रैली में कहा कि यह देश प्रेम और अहिंसा का देश है. यह देश अच्छाई और सच्चाई का सपना है. यह देश लोकतंत्र को शक्ति देने वाला है. हमें इस देश को बचाना है. यह देश अनोखे स्वतंत्रता संग्राम से उभरा है. यह देश प्रेम का देश है, अहिंसा का देश है. एक दूसरे का हाथ थामने का है ये देश. उन्होंने कहा कि न्याय हर इंसान का अधिकार है. न्याय की लड़ाई लड़ने से बड़ी कोई भी देशभक्ति नहीं है. आज जिस स्थिति से हमारा देश गुजर रहा है हर ओर अन्याय है.
प्रियंका ने आगे कहा कि देश के एक-एक नागरिक से मैं कहना चाहती हूं कि अगर आपको देश प्यारा है तो देश की आवाज बनो. अगर आज हम चुप रहेंगे तो हमारे देखते-देखते हमारा संविधान नष्ट हो जाएगा और हमारे देश का विभाजन शुरू हो जाएगा.
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि बीजेपी के 6 सालों के राज के बाद जीडीपी पाताल में है. छोटे व्यापारी नाखुश हैं. बीजेपी है तो 4 करोड़ नौकरियां खत्म हैं. फिर भी हर बस स्टॉप हर इश्तेहार में मोदी मुमकिन है. भाजपा है 100 रुपये प्याज़ मुमकिन है. 4 करोड़ नौकरी खत्म होना मुमकिन है. 15,000 किसानों की आत्महत्या मुमकिन है. भाजपा है जो कानून देश के खिलाफ है मुमकिन है. भाजपा है तो हमारे पीएसयू का बिकना मुमकिन है.
मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि इतने छोटे मैदान में इतने सारे बब्बर शेर और शेरनियां कैसे खड़े कर दिए. यह हमारा कांग्रेस का कार्यकर्ता किसी से नहीं डरता. एक इंच पीछे नहीं हटता. देश के लिए अपनी जान देने से नहीं डरता. उन लोगों ने मुझे कहा कि माफी मांगिए. मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है. मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं मर जाऊंगा पर माफी नहीं मांगूगा. माफी नरेन्द्र मोदी को मांगनी है. मोदी को देश से माफी मांगनी है. अमित शाह को देश से माफी मांगनी है. क्यों मांगनी है यह बताने आया हूं. इस देश की आत्मा, इस देश की शक्ति इसकी अर्थव्यवस्था थी. पूरी दुनिया देखती थी कि इंडिया में क्या हो रहा है. दुनिया का भविष्य चाइना और इंडिया था और आज ये प्याज पकड़े हुए हैं.
राहुल ने आगे कहा कि हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था मोदी ने स्वयं अकेले नष्ट कर दी. आपको याद होगा 8 बजे रात को टीवी पर आए और बोले भाइयो और बहनो... नरेन्द्र मोदी ने ऐसी चोट मारी कि आजतक जो नुकसान हुआ वो ठीक नहीं हुआ. आपसे झूठ कहा कि कालेधन से लड़ाई है, भ्रष्टाचार को खत्म करना है. झूठ कहा. माता-बहनों और आपके जेब से पैसे निकाला और अंबानी और अडानी के हवाले कर दिए. उसके बाद गब्बर सिंह टैक्स. मनमोहन सिंह ने और चिदंबरम जी ने कहा कि इसको आप पायलट प्रोजेक्ट के बिना मत लागू कीजिए लेकिन उन्होंने कहा नहीं. और उन्होंने रात 12 बजे गब्बर सिंह टैक्स लागू कर दिया.
राहुल ने देश के हालातों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में, नॉर्थ-ईस्ट में जाइए देखिए नरेन्द्र मोदी ने क्या काम किया है. आग लगा दी है. बांटने का काम करते हैं. देश को कमजोर करने का काम करते हैं.
सोनिया गांधी बोलीं- देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है
सोनिया गांधी ने कहा कि आप हम सब इसलिए यहां आए हैं क्योंकि काफी समय से देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है. हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों से बाहर निकलें और इसके खिलाफ आंदोलन करें. आज वही वक्त आ गया है. देश को बचाना है तो हमें कठोर संघर्ष करना होगा. आज हमारे युवा. इस तरह की बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं जैसा दशकों में नहीं हुआ. लगी लगाई नौकरियां जा रही हैं. उनके सामने अंधेरा ही अंधेरा है.
सोनिया ने आगे कहा आज तो अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा माहौल है, पूरा देश पूछ रहा है कि सबका साथ सबका विश्वास कहां है. रोजगार कहां चले गए. अर्थव्यवस्था क्यों तबाह हो गई. आप ही बताइए कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि जिस काला धन लाने के लिए नोटबंदी की थी वो कालाधन बाहर क्यों नहीं आया. वो कालाधन किसके पास है. जीएसटी के बाद भी मोदी सरकार का खजाना खाली क्यों हो गया. हमारी नवरत्न कंपनियां क्यों बेची जा रही हैं और किसे बेची जा रही हैं.
उन्होंने आगे कहा जनता का पैसा बैंकों तक में सुरक्षित नहीं. मोदी-शाह कहते हैं यही है अच्छे दिन. आज का माहौल ऐसा हो गया कि जब मन करे कोई धारा लगा दो, हटा दो, प्रदेश का नक्शा बदल दो, बिना बहस कोई विधेयक बदल दो, जहां चाहो राष्ट्रपति शासन लगा दो. ये हर रोज संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं. मोदी-शाह को इस बात की कोई परवाह नहीं है कि ये जो नागरिकता कानून लाए हैं वो भारत की आत्मा को तार-तार कर देगा.
सोनिया ने अंत में कहा कि मोदी-शाह का सिर्फ एक ही लक्ष्य है. उनका एक ही संकीर्ण एजेंडा है, लोगों को लड़वाओ और असली मुद्दों को छुपाओ. नाइंसाफी सहना सबसे बड़ा अपराध है. मोदी सरकार को अपनी आवाज बुलंद करके बताइए कि हम लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं. संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष को तैयार हैं. कांग्रेस ने जनता के हित में हमेशा लड़ाई लड़ी आज भी कांग्रेस पार्टी पीछे हटने वाली नहीं. हम अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे.