
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके पंजाब के एक गैंगस्टर की शनिवार को अज्ञात हमलावरों ने हिमाचल प्रदेश के परवाणू में गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक करीब 40 साल के जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी अपने एक दोस्त के साछ छुट्टियां मनाकर शिमला से चंडीगढ़ लौट रहा था. उसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने उसकी टोयोटा फॉर्च्यूनर को रोक लिया और ड्राइवर और रॉकी पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं.
चार अज्ञात हमलावरों के शिकार बने रॉकी
रॉकी को अपनी कार से बाहर आने का मौका ही नहीं मिला. उसकी मौके पर मौत हो गई, जबकि उसके ड्राइवर को गंभीर हालत में पीजीआईएमईआर अस्पताल, चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया है.
शिमला में पुलिस महानिरीक्षक जहूर एच. जैदी ने कहा कि रॉकी पर हमलावरों ने अंधाधुंध गोलीबारी की. हमलावरों की संख्या संभवत: चार थी, और वे दो वाहनों पर सवार होकर आए थे.
साल 2012 में चुनाव में मिली थी हार
पुलिस ने कहा कि दो हमलावर एक कार में थे और बाकी मोटरसाइकिल पर था. कार में आए दोनों हमलावरों ने रॉकी पर गोलीबारी की, जबकि अन्य ने खाली कारतूस बीन लिए. रॉकी इसके
पहले मारे जा चुके बदमाश प्रभजिंदर सिंह डिम्पी का सहयोगी था. रॉकी ने 2012 में फजिल्का से विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन वह हार गया था. उसे कुल 30 हजार वोट मिले थे.
रॉकी का था लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
रॉकी का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है. उस पर साल 2006 में चंडीगढ़ में डिम्पी की हत्या में शामिल होने का आरोप भी है. हालांकि, साल 2014 में उसे इस मामले से बरी कर दिया गया था.