
रेप केस में फरार चल रहे यूपी के कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बारे में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक यूपी के गवर्नर चुनाव के नतीजे आने के फौरन बाद नई सरकार को गायत्री की अकूत संपत्ति के बारे में जांच के लिए कह सकते हैं. गायत्री के खिलाफ पहले भी लोकायुक्त में शिकायत की गई थी, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला था. सूत्रों की माने तो इस बार गायत्री प्रजापति के लिए बचना मुश्किल होगा.
साल 2002 से पहले गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले गायत्री प्रजापति मंत्री बनने के बाद अचानक कैसे अरबपति बन गए. कभी साइकिल से चलने वाले गायत्री कैसे बीएमडब्लू जैसी लग्जरी कारों से चलने लगे. आखिर किस तरह उन्होंने अरबों का साम्राज्य खड़ा कर लिया. आजतक के पास मौजूद दस्तावेज साफ गवाही दे रहे हैं कि ये सब कैसे हुआ. साल 2014-2015 के बीच गायत्री प्रजापति और उनके परिवार के नाम पर कई कंपनियां रजिस्टर हुई हैं.
गायत्री प्रजापति के सगे-संबंधियों के नाम से दर्ज एक दर्जन से अधिक कंपनियों का ब्यौरा दिया गया है. इनके दफ्तर बेशक एक कमरे में हो, लेकिन सालाना टर्नओवर करोड़ों रुपये में है. इनमें से अधिकतर कंपनियों के डायरेक्टर गायत्री के बेटे अनिल और अनुराग प्रजापति हैं. उनके खनन मंत्री रहने के दौरान बनाई गई इन कंपनियों के द्वारा ही करोड़ों रुपयों का लेनदेन किया गया था. कई कंपनियों में तो गायत्री के रिश्तेदार, ड्राईवर और नौकर तक डायरेक्टर हैं.
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कंपनी का नाम: सहयोग बिल्डमेट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर
डायरेक्टर के नाम: अनिल प्रजापति, अनुराग प्रजापति, दयाशंकर भगवती पटवा, रमेश भगवती पटवा, उमाशंकर भगवती पटवा और संदीप उमाशंकर पटवा.
टर्नओवर: 50 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: एमजीएम एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: अनिल कुमार प्रजापति और अनुराग प्रजापति
टर्नओवर: 43 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: डीसेंट कॉन्ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: पवन जैन, समीर जैन और सतरोहन सिंह
टर्नओवर: 21 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: शुभंग एक्सपोर्ट्स लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: ब्रह्मा नंद शर्मा, आनंद कुमार मिश्रा और सतरोहन सिंह
टर्नओवर: 10.5 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: एमएसजी रियलटर्स प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: अनिल कुमार प्रजापति और अनुराग प्रजापति
टर्नओवर: 42 करोड़ रुपये
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कंपनी का नाम: एमएसए इंफ्रा वैंचर प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: अनिल प्रजापति और अनुराग प्रजापति
टर्नओवर: 61 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: कांहा बिल्डवैल प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: आनंद मिश्रा और सतरोहन सिंह
टर्नओवर: 20 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: मग्स एंटरप्राजेज प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: अनिल प्रजापति और अनुराग प्रजापति
टर्नओवर: 56 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: एमजीए हासपिटैलिटी सर्विसज प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: अनिल प्रजापति और अनुराग प्रजापति
टर्नओवर: 34 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: दया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: आनंद कुमार मिश्रा और सतरोहन सिंह
टर्नओवर: 14 करोड़ रुपये
कंपनी का नाम: नवदृष्टी टेक्नोलॉजी सल्यूशन्स
डायरेक्टर के नाम: दयाशंकर भगवती पटवा, रमेश भगवती पटवा, अनिल प्रजापति, अनुराग प्रजापति और हरीश रामचंद्र गोनियाल
कंपनी का नाम: एक्सल बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: आनंद कुमार मिश्रा और सतरोहन सिंह
कंपनी का नाम: लाइफक्योर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड
डायरेक्टर के नाम: आनंद कुमार मिश्रा और सतरोहन सिंह
साल 2017 में गायत्री प्रजापति ने अपने हलफनामे में बताया कि उनके पास कुल 10 करोड़ की संपत्ति है. इसमें उनके पास 1 करोड़ 17 लाख 55 हजार रुपये और पत्नी के नाम 1 करोड़ 68 लाख 21 हजार रुपये की चल संपत्ति है. गायत्री के पास 5 करोड़ 71 लाख 13 हजार रुपये और उनकी पत्नी 72 लाख 91 हजार 191 रुपये की अचल संपत्ति है. गायत्री के पास 100 ग्राम, तो पत्नी के पास 320 ग्राम सोना है. इसके साथ ही एक पिस्टल, रायफल और बंदूक के साथ उन्होंने गाड़ी में एक जीप दिखाया है.
यूपी सरकार के सबसे विवादस्पद मंत्रियों में शुमार गायत्री प्रसाद प्रजापति साल 2002 तक गरीबी रेखा के नीचे आते थे. साल 2012 में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1.83 करोड़ रुपये बताई थी. साल 2009-10 में उनकी सालाना आय 3.71 लाख रुपये थी. लेकिन वही गायत्री प्रसाद प्रजापति अब बीएमडब्लू जैसी लग्जरी कार से चलते हैं. गायत्री प्रजापति के परिजनों और उनके करीबियों के स्वामित्व में 13 कंपनियों का भी आरोप हैं, जिनमें उनके दोनों बेटे, भाई और भतीजे को डायरेक्टर बताया गया है.
मुकेश कुमार / शिवेंद्र श्रीवास्तव