
उत्तर प्रदेश के कद्दावर मंत्री और सपा नेता गायत्री प्रजापति रेप का आरोप लगने के बाद से ही फरार हैं. गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया गया है. यूपी पुलिस की दस टीम प्रजापति की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही हैं. इस मामले के अहम गवाह ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान उसकी जान को खतरा बताया है. गवाह ने दिल्ली और यूपी पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं.
गायत्री प्रजापति के मामले में अहम गवाह बने इस शख्स ने आरोप लगाया है कि बयान लेने आई यूपी पुलिस की सीओ अमिता सिंह ने पीड़िता को बंधक बनाया और थोड़ी देर बाद डॉक्टर भी उस कमरे से बाहर चले गए. इसके बाद सीओ अमिता सिंह ने कमरा बंद कर लिया और पीड़ित लड़की का मोबाइल भी छीन लिया.
गवाह के मुताबिक पीड़ित लड़की ने उसे बताया कि सीओ अमिता सिंह ने पीड़िता को डरा धमका कर उसका बयान लिया है. गवाह ने आज तक को बताया कि जब उसने सीओ अमिता सिंह से बात करने की कोशीश की तो उन्होंने कहा कि डीजीपी, नेताओं और बड़े लोगों से पंगा लेते हो. अब पता लगेगा तुम्हे जब फ़र्ज़ी केस में फसाउंगी.
गवाह ने बताया कि वहां सादे कपड़ो में मौजूद दो लोगों ने उनका पीछा किया. मरीज़ों में छुपकर उसने जान बचाई. कहीं वो उन्हें मार ना देते. गवाह ने कहा कि उसे दिल्ली और यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी उसे सुरक्षा नहीं मिली है. उसकी जान को खतरा है.
गवाह ने बताया कि एम्स में भी उस पर हमला हो चुका है. अब गवाह प्रधानमंत्री मोदी से सुरक्षा और न्याय दिलाने की गुहार लगा रहा है.
उधर, यूपी पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी ने बताया कि गायत्री प्रजापति के बारे मे कुछ जगहों से सूचनाएं मिली थी, अब वहां पर छापेमारी की जा रही है. उनके कानपुर और जालौन में होने की सूचना थी. पुलिस प्रजापति के कई क़रीबियों और रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर रही है.
एडीजी के मुताबिक जिन लोगों से पिछले दिनों गायत्री ने संपर्क किया था, उनसे भी पूछताछ की जा रही है. गायत्री और उनके परिवार के सभी फ़ोन सर्विलांस पर लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि गायत्री के बारे मे इंटेलीजेंस इनपुट था कि वह बाहर जाने की कोशिश में हैं. इसलिए वो मुस्तैद हैं. उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.
एडीजी चौधरी ने बताया कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी होने के बाद उन्हें ढूंढने के लिए करीब दस टीम काम कर रही हैं. सर्विलांस और ट्रैकिंग की मदद ली जा रही है. साथ ही इस काम में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है.