
पाकिस्तान में फंसी भारतीय लड़की गीता के मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को तकनीकी कारणों से सुनवाई 10 सितंबर तक के लिए टाल दी. गूंगी और बहरी महिला को भारत वापस लाने के संबंध में विदेश मंत्रालय से जानकारी मांगी गई है.
इसके पहले 13 अगस्त को हुई सुनवाई में वकील मोमीन मलिन ने कोर्ट में कहा था कि वह इस्लामाबाद जाकर गीता को वापस लाने की कानूनी कार्रवाई पूरी करना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि यह पाकिस्तान में बने भारतीय दूतावास की नैतिक जिम्मेदारी है कि उसे कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि वह एक भारतीय नागरिक है.
कोर्ट के साथ विदेश मंत्रालय से भी मांगी मदद
मोमीन मलिक ने कहा, 'पाकिस्तान के कराची में फंसी गीता को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए मैंने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में अपील की है. मुझे उम्मीद है हाईकोर्ट उसकी घर वापसी में मदद करेगा.' सोनीपत के रहने वाले मलिक ने विदेश मंत्रालय से भी इस संबंध में मदद मांगी है.
बता दें कि गीता 11 साल की उम्र में गलती से सीमा पार चली गई थी. लावारिस हालत में वह पाकिस्तानी रेंजर्स को मिली थी जिन्होंने उसे सामाजिक संस्था को सौंप दिया, जहां वह बीते 12 सालों से रह रही है. गीता की कहानी तब चर्चा में आई जब सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान पर्दे पर दिखी. अब तक कई परिवारों ने गीता को अपनी बेटी बताते हुए सरकार के समक्ष दावा किया है.
सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने भी गीता को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है.