
अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में गोरखालैंड राज्य के लिये बिल लाने की मांग की. गोरखालैंड जन मुक्ति मोर्चा के सेक्रेटरी अर्जुन छेत्री ने ममता बनर्जी पर ज़बरदस्ती गोरखाओं की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार गोरखालैण्ड की माँग कर रहे लोगों का नॉर्थ ईस्ट के आतंकी समूहों से संबंध होने का झूठा आरोप लगा रही है.
पिछले पंद्रह- सोलह दिनों से दार्जिलिंग में गोरखालैंड की माँग को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं जिनके समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर पर गोरखा समुदाय शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहा है.
छेत्री ने कहा कि करीब डेढ़ करोड़ गोरखा भारत में रहते हैं और उनको पहचान दिलाने के लिये एक अलग राज्य की मांग की जा रही है. छेत्री ने कहा कि गोरखाओं की भाषा और संस्कृति बंगाल से मेल नहीं खाती इसी वजह से एक अलग राज्य की मांग की जा रही है. छेत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वो इस बार के संसद सत्र में अलग गोरखालैण्ड का बिल लाएं और पास करें.
इससे पहले दार्जिलिंग में चल रहे विरोध प्रदर्शन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इसके चलते इंडियन आइडल 2007 के फाइनलिस्ट रहे प्रशांत तमांग ने अलग गोरखालैंड की मांग का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि उनकी सफलता में पहाड़ के लोगों का बहुत बड़ा योगदान है. दार्जिलिंग उनकी मातृभूमि है और वो अपनी मातृभूमि पर लाठिया बरसते नहीं देख सकते.