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सुषमा बोलीं- यमन में अगवा पादरी को बचाने की कोशिश

यमन में कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर अगवा किए गए भारतीय पादरी टॉम उझुननालिल की रिहाई के लिए मोदी सरकार पूरी कोशिश कर रही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी.

सुषमा स्वराज ने कहा- यमन में पादरी को बचाने की कोशिश सुषमा स्वराज ने कहा- यमन में पादरी को बचाने की कोशिश
केशव कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 26 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 2:01 PM IST

यमन में कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर अगवा किए गए भारतीय पादरी टॉम उझुननालिल की रिहाई के लिए मोदी सरकार पूरी कोशिश कर रही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया कि केरल के एक भारतीय पादरी को यमन में आतंकी संगठन ने बंदी बना लिया था. हम उन्हें सकुशल छुड़ाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं.

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मदर टेरेसा के ओल्ड एज होम पर हमला
इस्लामिक स्टेट ने चार मार्च को यमन में मदर टेरेसा की संस्था चेरिटी ऑफ मिशनरीज के एक ओल्ड एज होम पर हमला कर एक भारतीय सहित चार नन की हत्या कर दी थी. हमले में कुल 16 लोगों को मार दिया गया था. इस दौरान ही आतंकियों ने केरल के रहने वाले 56 साल के पादरी टॉम उझुननालिल को अगवा कर लिया था. केंद्र सरकार इसकी पूरी जानकारी जुटा रही है. आतंकियों ने गुड फ्राइडे के दिन पादरी की हत्या का ऐलान किया था.

जिबूती कैंप ऑफिस से मिली जानकारी
यमन में भारतीय दूतावास नहीं है. हालांकि जिबूती में भारत का एक कैंप ऑफिस है. हमले के बाद यहीं से अधिकारियों ने घटना की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि आतंकवादियों ने ओल्ड एज होम के गार्ड्स से कहा कि वह अपनी माताओं से मिलने आए हैं और वह गेट खोल दें. गेट खुलते ही उन्होंने दरबान की हत्या कर दी. फिर अंदर मौजूद लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगे.

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सोशल मीडिया पर पादरी को बचाने की अपील
कई अंतरराष्ट्रीय एनजीओ ने सोशल मीडिया पर पादरी को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई है. घटना के बारे में रिफ्यूजी कैंप में रह रही एक नन ने बताया कि हमलावर इथिपियाई थे. उन्होंने पादरी के साथ बहुत बुरा सलूक करते हुए कार में डालकर अगवा किया था.

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