
दुनिया के सबसे बर्बर आतंकी संगठन में शुमार ISIS शुक्रवार को यमन से अगवा किए गए भारतीय पादरी टॉम उझुन्नैलील की हत्या कर सकता है. गुड फ्राइडे को देखते हुए इंटरनेट पर ऐसी खबरों और आशंकाओं के बीच लोगों में स्वभाविक डर का माहौल है. 4 मार्च को एक वृद्धाश्रम पर हमले के बाद से ही टॉम लापता हैं, जबकि बताया जाता है कि उन्हें इस्लामिक स्टेट संगठन के हमलावरों ने बंधक बनाकर रखा हुआ है.
बता दें कि अदन शहर में मदर टेरेसा मिशनरी ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित वृद्धाश्रम पर हुए हमले के लिए यमनी अधिकारियों ने आईएस को जिम्मेदार ठहराया है. इस हमले में आतंकियों ने 16 लोगों की हत्या कर दी थी, जिसमें 4 नन भी शामिल थीं. इसी के बाद से फादर टॉम उझुन्नैलील लापता हैं. इस बारे में तब भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्विटर पर जानकारी दी थी.
'द इंडिपेंडेंट' की खबर के मुताबिक, रविवार को फ्रांसिसियन सिस्टर्स ऑफ सिएसैन ने फेसबुक पर जारी एक पोस्ट में दावा किया है कि उन्हें फादर को टॉर्चर किए जाने की खबर है. यही नहीं, संगठन का कहना है कि गुड फ्राइडे के मौके पर आतंकी उन्हें सूली पर चढ़ा सकते हैं. फेसबुक पोस्ट में लिखा गया है, 'यह हम सभी के लिए गंभीर रूप से प्रार्थना करने का समय है.'
'हमें नहीं पता फादर कहां हैं'
दूसरी ओर, बेंगलुरु के सेल्सियन सिस्टर्स ऑफ डॉन बॉस्को के एक सदस्य ने 'इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स' को बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, 'फादर टॉम कहां हैं, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है. हम उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं.'
किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
खास बात यह भी है कि 4 मार्च के हमले की अभी तक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि यमन के अधिकारियों ने इसके लिए ISIS को जिम्मेदार माना है. जबकि उस इलाके में अल-कायदा भी सक्रिय है. हमले के दौरान प्रत्यदर्शी रही एक नन ने क्रिश्चन वेबसाइट एलीटीयन पर लिखा है, 'पांच इथियोपिया के ईसाई युवा दौड़कर हमारे पास आए और उन्होंने कहा कि ISIS हमें मारने के लिए आ रहा है.' जबकि पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि उसने आतंकियों को फादर टॉम को कार में बिठाते हुए देखा था.